लखनऊ: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार (पांच अगस्त) को आधारशिला रखी। इस दौरान पूरी अयोध्या नगरी दुल्हन की तरह सजाया गया था। वहीं शहर के कोने-कोने में लोग दीप जलाकर 'दीपोत्सव' मना रहे हैं। मालूम हो कि मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि भूमि पूजन के उपलक्ष्य में 4 और 5 अगस्त की रात दीपोत्सव मनाया जाएगा।
इसी के तहत सीएम योगी ने भूमि पूजन से ठीक एक रात पहले और बुधवार को भूमि पूजन के बाद लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर दीप जलाए। इससे जुड़ा सीएम योगी का एक वीडियो भी सामने आया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन के बाद बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राम मंदिर की आधारशिला रखना नवीन युग का प्रारंभ है और यह युग 'रामराज्य' तथा 'नए भारत के निर्माण' का है। योगी ने ट्वीट किया, ''आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा श्री राम मंदिर की आधारशिला रखना, एक नवीन युग के प्रारंभ का सुअवसर है। यह नया युग लोककल्याण के लिए तपोमयी सेवा का है। यह युग रामराज्य का है। यह युग प्रभु श्री राम के आदर्शों के अनुरूप नए भारत के निर्माण का है। जय श्री राम!'' उन्होंने कहा, ‘‘श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन का यह अवसर, गौरव का है, आह्लाद का है, संतोष का है, सत्यजीत करुणा का है। हम भाग्यशाली हैं कि प्रभु श्रीराम ने हमें इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी होने का सकल आशीष प्रदान किया।’’
उन्होंने कहा कि श्रीरामलला के चिर अभिलाषित भव्य-दिव्य मंदिर की आधारशिला आज प्रधानमंत्री के कर-कमलों से रखी गई है। श्री अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर भारत की सांस्कृतिक अन्तरात्मा की समरस अभिव्यक्ति का प्रतिमान सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मर्यादा के प्रतिमान, पुरुषोत्तम, श्री अवधपुरी के प्राणप्रिय राजा श्रीराम के दिव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार। भाव-विभोर करने वाले इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्येक देशवासी का मन आह्लादित है, हर्षित और मुदित है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां भूमि पूजन कर ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ निर्माण की आधारशिला रखी और कहा कि आज सदियों का इंतजार खत्म हुआ है। राम मंदिर को राष्ट्रीय एकता व भावना का प्रतीक और भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ आने वाली पीढ़ियों को आस्था और संकल्प की प्रेरणा देगा, बल्कि अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरित करेगा। दशकों तक हिन्दू-मुस्लिम समुदायों के बीच विवाद का केंद्र रहे श्री राम जन्मभूमि स्थल पर जब मोदी पूजा-अर्चना कर रहे थे, उस वक्त देशभर के लोग अपने घरों में टेलीविजन से चिपके रहे और इस पल के गवाह बने।