इंदौर: देश में कोरोना वायरस के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के इंदौर में बुधवार (1 अप्रैल) को डॉक्टर व मेडिकल टीम पर पत्थर बरसाए गए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो के वायरल होने के बाद ट्विटर पर हैशटैग इंदौर ट्रेंड करने लगा। इस ट्रेंड के साथ नेताओं के साथ-साध पत्रकारों ने भी इस घटना की आलोचना की है। ट्विटर पर लोग लिख रहे हैं कि पत्थरबाजी करने वालो को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
जानिए इंदौर में डॉक्टर पर हुई पत्थरबाजी का पूरा मामला
बुधवार (1 अप्रैल 2020) को इंदौर में एक शख्स की जांच करने पहुंचे स्वास्थ विभाग की, जिसमें डॉक्टर भी शामिल थे, लोगों ने उनपर पथराव कर दिया। इंदौर के ताटपट्टी भक्खल में हेल्थ वर्कर कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए एक शख्स की जांच करने गए थे। लेकिन स्थानीय लोगों ने उल्टे ही उनपर पथराव कर दिया। इस मामले में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है। स्थानीय लोगों का दावा है कि यहां कोई भी कोरोना पीड़ित नहीं है।
देखें लोगों की प्रतिक्रिया
बीजेपी नेता संबित पात्रा और कपिल मिश्रा ने भी वीडियो शेयर कर घटना की आलोचना की है।
बीजेपी नेता अरुण यादव ने लिखा, ''जो भगवान रूपी डॉक्टर अपनी जान पर खेलकर हम सबकी जान बचा रहे हैं उनको ये जिंदा शैतान पत्थर मार रहे हैं। इनके लिए दो शब्द ज़रूर लिखें और इनको शेयर करके फेमस करो। जिससे इनका ये अमानवीय चेहरा देश के सामने आए।''
पत्रकार और टीवी एंकर रोहित सरदाना ने लिखा, ये इंदौर की तस्वीरें हैं। डॉक्टरों की गलती ये थी कि वो कोरोना स्क्रीनिंग के लिए सैम्पल लेने गए थे। सारी दुनिया जिस समय डॉक्टर को भगवान मान कर पूज रही है, इतिहास याद रखेगा कि हिंदुस्तान में ऐसे भी लोग थे जो उन्हें पत्थर मार रहे थे।
पत्रकार अमीष देवगन ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पत्रकार दीपक चौरसिया ने भी इसको लेकर ट्वीट किया है।