पटना: बिहार में अजीबोगरीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी अंचल कार्यालय के आरटीपीएस काउंटर से एक कुत्ते के नाम से आवास प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया तो दूसरी ओर मुंगेर अंचल कार्यालय से सोनालिका ट्रैक्टर के नाम से आवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। यह मामला सामने आने से प्रशासनिक सिस्टम की साख पर सवालिया निशान लगा दिया है। पटना के मसौढ़ी अंचल से जारी आवास प्रमाणपत्र में नाम डॉग बाबू और पिता का नाम कुत्ता बाबू अंकित किया गया है। सोशल मीडिया पर भी यह प्रमाणपत्र वायरल है।
बता दें कि डॉग बाबू नाम से जारी इस आवास प्रमाण पत्र पर पिता का नाम- कुत्ता बाबू, माता-कुतिया देवी, मोहल्ला- काउलीचक, वार्ड नंबर 15, डाकघर-मसौढ़ी, पिन कोड-804452 जिला पटना और राज्य-बिहार लिखा हुआ है। इस प्रमाणपत्र के दाहिने तरफ एक कुत्ते की तस्वीर भी लगी हुई है। 24 जुलाई को एक जानवर की तस्वीर सहित उसका नाम और पता अंकित करते हुए निवास प्रमाण पत्र जारी किया गया। इस निवास प्रमाण पत्र में डिजिटल हस्ताक्षर राजस्व पदाधिकारी मुरारी चौहान का था। इसका प्रमाण पत्र संख्या बीआरसीसीओ 2025/15933581 है।
मामला सामने आने पर पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने इस मामले को बेहद गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही और फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिक प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय थाना में आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर एवं प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले राजस्व पदाधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी मसौढ़ी को इस पूरे मामले की गहन और विस्तृत जांच कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, मसौढ़ी के अंचलाधिकारी प्रभात रंजन ने बताया कि इस मामले को संज्ञान में लेकर संबंधित प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है और आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले में साइबर फर्जीवाड़ा और सरकारी दस्तावेज से छेड़छाड़ के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
उधर, कुत्ते के नकली प्रमाण पत्र का मामला अभी ठंड़ा भी नहीं पड़ा था कि ट्रैक्टर के निवास प्रमाण पत्र का मामला सामने आया है। मुंगेर अंचल कार्यालय से 8 जुलाई 2025 को एक निवास प्रमाण-पत्र जारी किया गया, जिसमें नाम था प्रमाण पत्र सोनालिका सिंह पिता-बेगूसराय चौधरी, माता बालिया देवी, और पता तरकटोरा पुर दियरा, वार्ड संख्या-17, डाकघर-कुत्तापुर दर्ज है।
हैरानी की बात यह कि इस ‘प्रमाण-पत्र’ पर प्रभात कुमार का डिजिटल हस्ताक्षर भी मौजूद है। प्रमाण-पत्र संख्या बीआरसीसीओ/2025/14127367 जैसे ही आरटीपीएस पोर्टल पर सत्यापित की गई, तो खुलासा हुआ। ऐसे में कुत्ता के निवास प्रमाण पत्र के बाद ट्रैक्टर के निवास प्रमाण पत्र ने हलचल मचा दी है। इस मामले ने प्रशासनिक सिस्टम की साख पर सवालिया निशान लगा दिया है।
वहीं, इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इस मामले को लेकर तीखी आलोचना की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि “कुत्ता दिखा रहा निवास प्रमाण पत्र, कोई इंसान प्रमाण पत्र न दे पाए… यह है मेरा भारत महान। क्या मुख्य चुनाव आयुक्त महोदय… कहां गांजा फूंक सोए हो जनाब? आधार नहीं, कुत्ते ने लाया है आवासीय सर्टिफिकेट.. क्या इसे अब मिलेगा वोट का अधिकार?”