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ट्रेंड हुआ 'रोहित वेमुला शहादत दिवस', जानें हैदराबाद यूनिवर्सिटी के 26 वर्षीय छात्र के बारे में, जिसने 'दलितों' के हक के लिए दी जान

By पल्लवी कुमारी | Updated: January 16, 2020 15:41 IST

रोहित वेमुला की माँ राधिका को चौंकाने वाली खबर तब मिली, जब वह अपने बेटे के अगले सप्ताह घर आने की उम्मीद कर रही थी। रोहित की माँ राधिका ने कहा, ''मेरे बेटे की मृत्यु कुछ शक्तिशाली लोगों द्वारा शक्ति और षड्यंत्र के दुरुपयोग के कारण हुई है।''

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ठळक मुद्देवेमुला के करीबी दोस्त पी विजय ने उसकी आत्महत्या पर कहा था, 'मैं विश्वास नहीं कर सकता कि क्या हुआ है। वह दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत था। लेकिन वह बहुत संवेदनशील भी था।' 17 जनवरी 2016 को रोहित वेमुला होस्टल के कमरे में गए और कुछ समय बाद वहां से उनका शव मिला। रोहिल वेमुला ने आत्महत्या से पहले एक पत्र भी लिखा, जिसने लोगों झकझोर कर रख दिया।

ट्विटर पर हैशटैग रोहित वेमुला शहादत दिवस ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड के साथ कई वैरीफाइड ट्विटर यूजर ने अपनी संवेदनाएं के साथ रोहित वेमुला को याद किया है। रोहित वेमुला ने 17 जनवरी 2016 को आत्महत्या की थी। रोहित वेमुला की आत्महत्या का केस कई महीनों तक सुर्खियों में रहा। रोहित वेमुला हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के शोध का छात्र था। विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहे रोहित वेमुला ने कथित रूप से जातीय दुराग्रह की वजह से आत्महत्या की थी। रोहित वेमुला के आत्महत्या के बाद  पूरे देश में, खासकर दलितों में, क्रोध की लहर दौड़ गई थी।  रोहित वेमुला की मौत को लोगों ने अन्याय और अकर्मण्यता के विरोध के प्रतीक के रूप में देखा। 

26 वर्षीय पीएचडी छात्र ने हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के होस्टल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बीबीसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, रोहित वेमुला यूनिवर्सिटी में आंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के सदस्य थे, जो कैंपस में दलित छात्रों के अधिकारों और न्याय के लिए लड़ते थे।

आखिर किस बात से आहात होकर रोहित वेमुला ने फांसी लगाई

हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन और आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच 2015 में मारपीट की एक घटना हुई थी। जिसपर हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच करवाई। जांच के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन को दोषी पाया और कहा कि इन्होंने ही आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों पर हमला किया है। हालांकि आंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के छात्रों ने सभी आरोपों से इनकार किया और विश्वविद्यालय ने प्रारंभिक पूछताछ में उन्हें मंजूरी दे दी, लेकिन दिसंबर 2016 में अपने फैसले को उलट दिया।

आंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के नेताओं पर कार्रवाई करते हुए पांच छात्रों को होस्टल खाली करने का आदेश दिया। रोहित वेमुला उन पांच दलित छात्रों में से एक थे, जिन्हे विश्वविद्यालय के होस्टल से निकल जाने का आदेश दिया गया था। होस्टल खाली करके ये छात्र विश्वविद्लाय के चौराहे पर खुले में रहने लगे और फैसले का विरोध करने लगे। 

इसी दौरान  17 जनवरी 2016 को रोहित वेमुला होस्टल के कमरे में गए और कुछ समय बाद वहां से उनका शव मिला। रोहिल वेमुला ने आत्महत्या से पहले एक पत्र भी लिखा, जिसने लोगों झकझोर कर रख दिया। 

वेमुला के करीबी दोस्त पी विजय ने बीबीसी को बताया था कि वह एक मेहनती और प्रतिभाशाली छात्र था। विजय ने कहा था, वह अपना अधिकांश समय विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में बिताता था। पी विजय ने उसकी आत्महत्या पर कहा था, "मैं विश्वास नहीं कर सकता कि क्या हुआ है। वह दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत था। लेकिन वह बहुत संवेदनशील भी था और उसके आसपास जो हो रहा था, उसको लेकर वह काफी उदास था।"

क्या लिखा था रोहित वेमुला ने अपने आखिरी पत्र में? 

" शुभ प्रभात, मैंने हमेशा सितारों को देखा और एक लेखक बनना चाहता था, कार्ल सगन जैसे विज्ञान के लेखक। लेकिन अंत में, यह एकमात्र पत्र है जिसे मैं लिखने जा रहा हूं। मैंने हमेशा विज्ञान, सितारों, प्रकृति से प्यार किया लेकिन मैंने लोगों से प्यार किया और ये नहीं जान पाया कि वो कब के प्रकृति से कब जुदा हो चुके हैं। हमारी भावनाएं सेकेंड हैंड है। हमारा प्यार दिखावा है। हमारी मान्यताएं झूठी हैं, हमारी मौलिकता वैध है बस कृत्रिम कला के जरिए। यह बेहद कठिन हो गया है कि हम प्रेम करें और दुखी न हों। मैं पहली बार इस तरह का पत्र लिख रहा हूं। पहली बार मैं आखिरी पत्र लिख रहा हूं। मुझे माफ करना अगर इसका कोई मतलब न निकले तो। इस पूरे समय में मेरे जैसे लोगों के लिए जीवन अभिशाप ही रहा। मेरा जन्म एक भयंकर दुर्घटना थी। मैं अपने बचपन के अकेलेपन से कभी उभर नहीं पाया। बचपन में मुझे किसी का प्यार नहीं मिला। इस क्षण मैं आहत नहीं हूं। मैं दुखी नहीं हूं। मैं बस खाली हूं। मुझे अपनी भी चिंता नहीं है। ये दयनीय है और यही कारण है कि मैं ऐसा कर रहा हूं। मेरे जाने के बाद लोग मुझे कायर करार देंगे, लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ेगा। मैं मरने के बाद भूत प्रेत की कहानियों में भी विश्वास नहीं करता हूं। अगर किसी चीज पर मेरा विश्वास है तो वह यह कि मैं सितारों तक यात्रा कर पाऊंगा और जान पाऊंगा कि दूसरी दुनिया कैसी होती है। ये मेरा फैसला है और मैं इसके लिए जिम्मेदार हूं। मेरे जाने के बाद मेरे दोस्तों और दुश्मनों को परेशान न किया जाए।''

रोहित वेमुला के घर आने का इतंजार करने वाली मां को मिली बेटे की मौत की सूचना 

रोहित वेमुला की माँ राधिका को चौंकाने वाली खबर तब मिली, जब वह अपने बेटे के अगले सप्ताह घर आने की उम्मीद कर रही थी। रोहित की माँ राधिका ने कहा, ''मेरे बेटे की मृत्यु कुछ शक्तिशाली लोगों द्वारा शक्ति और षड्यंत्र के दुरुपयोग के कारण हुई है। कम से कम, अब रोहित के साथ बाहर निकाले गए चार अन्य लड़कों के निलंबन को रद्द करना चाहिए। रोहित के दोस्तों ने बताया वह विश्वविद्यालय से द्वारा दिए गए निष्कासन से परेशान था।" 

टॅग्स :हैदराबाद
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