दावोस जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (19 जनवरी) को हिंदी टीवी चैनल जी न्यूज़ को दिए अपने इंटरव्यू में लोकतंत्र पर खतरे जैसे सवालों का खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा किया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की राजनीति के बजाय हमें एकता, विकास और दूरगामी भविष्य के मुद्दों पर राजनीति करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रवार की रात दिया गया यह साल 2018 का पहला इंटरव्यू था लेकिन इंटरव्यू दिए जाने के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग पीएम मोदी और न्यूज़ एंकर सुधीर चौधरी को ट्रोल करने लगे। ट्विटर पर कई यूजर्स ने इस इंटरव्यू को पूर्व निर्देशित बताते हुए कहा है कि इससे राजनेता और पत्रकार दोनों की छवि धूमिल होती है।
साथ ही ट्विटर पर लोगों ने कहा कि इंटरव्यू लेने वाले न्यूज़ एंकर के चेहरे से भक्तिभाव का रस टपक रहा था और ऐसा लग रहा था कि मानो शो खत्म होने के बाद एंकर उठकर पीएम मोदी का पैर छूकर उनका आशीर्वाद ले लेंगे। वहीं एक यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अब टीवी चैनल एनडीटीवी को भी अपना इंटरव्यू देना चाहिए और रवीश कुमार के सवालों का सामना करना चाहिए।
बता दें कि दावोस में इस महीने के अंत में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक होने जा रही है और प्रधानमंत्री इसमें भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
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