लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों अपनी मां से मिलने उत्तराखंड के अपने पैतृक घर पहुंचे थे। एक बड़े सूबे के मुखिया (संन्यासी) के अपनी मां से सालों बाद हुई मुलाकात की तस्वीरें देख लोगों के मन में कई तरह के भाव फूटे। मशहूर शायर मुनव्वर राणा भी इससे अछूते नहीं रहे। उन्होंने भी योगी की उनकी मां से मिलने की तस्वीर के साथ मां पर लिखे अपने मशहूर शेर साझा किए।
शेर कुछ यूं हैं- मेरी ख्वाहिश है कि मैं फिर से फरिश्ता हो जाऊँ, माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊं। मुनव्वर राणा के इस शेर के कई-कई माएने निकाले जा रहे हैं। याद हो कि मुनव्वर राणा ने यूपी के विधानसभा चुनाव के दौरान डर का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर योगी दोबारा मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह प्रदेश छोड़ कलकत्ता चले जाएंगे।
इस बीच मुनव्वर राणा के योगी की तस्वीर साझा कर, उनके लिए शेर कहने का लोग अलग-अलग मतलब निकाल रहे हैं। कोई उनके हृदय परिवर्तन की बात कहा तो किसी ने उन्हें शातिर बताया। किसी ने उन्हें चापलूस तक कहा। इसके साथ कइयों ने इस शेर को तोड़-मरोड़ कर उनपर निशाना साधने का काम किया।
एक यूजर ने लिखा, डर या हताशा हो लेकिन योगी जी के उत्तरप्रदेश में अच्छे अच्छे लोगो का हृदय परिवर्तन हो रहा है। एक अन्य ने, उनके पलायन वाले खबर की कटिंग साझा करते हुए लिखा, आपके जाने का इंतजार कब खत्म होगा?
एक ने लिखा- मख्खनबाजी भी एक कला है राणा जैसे कलाकार अपनी खीज मिटाने के लिए गाहे बगाहे पेश करते रहते हैं..वैसे डर कम हुआ या नहीं.. !!
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने कहा कि यह इनका पुराना खेल है। ऐसी ही मक्खन बाजी में इन्होंने सोनिया गांधी के लिए भी 2 बीघा लंबा शायरी लिखा है जिसमे उन्हें किसी देवी से कम नही दिखाया है।
एक अन्य ने शेर को बिगाड़ते हुए लिखा, मेरी ख्वाहिश है कि मैं फिर से डेढ़ स्याणा हो जाऊँ, UP छोड़ दूंगा कहकर फिर से योगी की चापलूसी में राणा हो जाऊं।