नई दिल्ली: कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर आरती लालचंदानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में डॉ. आरती ने तबलीगी जमात वालों के लिए विवादिट टिप्पणी की है। वीडियो में डॉ. आरती को कहते सुना जा सकता है,''ये फर्जी हैं। ये तो आए ही हैं ये करने। ये तो टेररिस्ट हैं। देखिए कहना नहीं चाहिए पर ये टेररिस्ट हैं और इनको हम वीआईपी ट्रीटमेंट दे रहे हैं। खाना-पीना दे रहे हैं, अपनी मैनपावर लगा रहे हैं। अपना रिसोर्स इन पर लगा रहे हैं। अपने डॉक्टरों को बीमार कर रहे हैं। रोज लाख-सवा लाख होटल बिल का पे कर रहे हैं। अगर ये नहीं होते, तो हमारे पास एक मरीज था पॉजिटिव''
डॉक्टर आरती लालचंदानी किसके के बारे में बात कर रही हैं, वीडियो से ये साफ है। लालचंदानी ने ही अप्रैल 2020 की शुरुआत में कानपुर में भर्ती हुए तबलीगी जमात के कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों पर आरोप लगाया था कि वह डॉक्टरों पर थूक रहे हैं। ये वीडियो भी उसी वक्त का है। लालचंदानी पत्रकारों से ये सब बात ऑफ द रिकॉर्ड कर रही हैं। वीडियो में किसी मीडिा संस्थान का माइक भी दिख रहा है। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में डॉक्टर यह भी कहती हुई दिख रही हैं, 'उन्हें जंगलों में भेजें, उन्हें कालकोठरी में फेंक दें। इन 30 करोड़ों के कारण 100 करोड़ लोग भुगत रहे हैं। उनकी वजह से वित्तीय आपातकाल है।'
वीडियो को Mohammed Zubair (@zoo_bear - ट्विटर हैंडल) जो कि ALT News फैक्ट चेक के लिए काम करते हैं, उन्होंने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। उन्होंने शेयर कर लिखा है, ''डॉ. आरती लालचंदानी COVID-19 से संक्रमित मुस्लिमों को आतंकवादी बता रही हैं। उनके लिए सारी सुविधाओं को खत्म कर जामतियों को जंगल और जेल में भेजना चाहती हैं। ये वही महिला हैं जिसने पहले आरोप लगाया था कि जामती थूक रहे थे, दुर्व्यवहार कर रहे थे और बिरयानी की मांग कर रहे थे।
इस घटना पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा है, ''इस डाक्टर की जगह कहाँ है जेल... जंगल या कालकोठरी ?''
एक यूजर ने लिखा है, क्या कानपूर DM साहब और कानपुर पुलिस कोई कार्रवाई करेगी। मेरी मांग है इस डॉक्टर का लाइसेंस रद्द करे तुरंत और इन्हे सजा दी जाए।
एक यूजर ने लिखा है, मुसलमानों के प्रति कानपूर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर आरती लालचंदानी का नफरत भरा वीडियो वायरल देखने के बाद मैं अल्लाह से लानत चाहूंगा हो इनपर क्यों कि ऐसे लोग मानव जाति के नाम पर कलंक है।
हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद डॉ. आरती लालचंदानी ने कहा है कि उनके वीडियो को तोड़मोड़ कर पेश किया गया है।
आरती लालचंदानी ने कहा है कि वीडियो को गुप्त रूप से फिल्माए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि वीडियो को मॉर्फ किया गया था और उसे मुस्लिम समुदाय से विशेष प्रेम था।