लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर के भैरों घाट पर अचानक से विशालकाय मगरमच्छ पहुंच गया। इसके बाद वो सीढ़ियों के जरिए ऊपर आने की कोशिश में था कि तभी मछुआरों में उसे जाल से पकड़ लिया। यह भैरों घाट स जगह स्थित है, जहां रोजाना श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते हैं और लोग अपने मृत परिजनों का दाह संस्कार भी यहां करते हैं। कानपुर के भैरों घाट पर नदी के किनारे देखे गए मगरमच्छ को पकड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने वन विभाग को बुलाया।
हालांकि, वन विभाग इतने बड़े मगरमच्छ को पकड़ने में नाकामयाब रहा, फिर कुछ मछुआरों ने उसे पकड़ा और फिर इसे मंदिर के निकट ले गए। जैसे ही मगरमच्छ को मंदिर के अंदर रखे जाने की खबर फैली, तभी मगरमच्छ को देखने के लिए कई लोग मंदिर में जमा हो गए। मगरमच्छ के साथ सेल्फी लेते हुए कई वीडियो इंटरनेट पर सामने आएं।
इसके बाद क्या था, जो श्रद्धालु मंदिर आएं और उन्होंने मगरमच्छ को मंदिर परिसर में देखते हुए उसके माथे पर तिलक लगाया और उसके मुंह के पास धूप जला दी। वहीं, मंदिर में आए कुछ श्रद्धालुओं ने उसके साथ सेल्फी भी ली, जो उन सभी के लिए जोखिम हो सकता था। इस दौरान मगरमच्छ का यह वीडियो काफी वायरल हो चुका था।
फिर घाट पर रह रहे लोगों ने पुलिस को मगरमच्छ के बारे में खबर कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने वन विभाग को फोन कर कहा कि इसे जल्दी से ले जाएं और जीव को अपनी जगह ले जाने का आदेश दिया। हालांकि, बताया जाता है कि घटना की सूचना देने के दो घंटे बाद भी वन विभाग नहीं पहुंचा। इसी बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालु हाथों में भगवा झंडे लेकर "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए मंदिर में पहुंचने लगे।
स्थानीय लोग घाटों पर जाने से डर रहे थे क्योंकि पानी में मगरमच्छ दिखाई दिया और लोग खुद नदी में डुबकी लगाने से भी पीछे हट गए। फिर आखिरकार मगरमच्छ को वन विभाग टीम को सौंप दिया। मगरमच्छ वन विभाग की हिरासत में है और वे मगरमच्छ के सुरक्षित स्थान के लिए आवश्यक व्यवस्था कर रहे हैं।