नई दिल्ली: भारत के पूर्व क्रिकेटर और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोकसभा सांसद गौतम गंभीर ने अपनी घरेलू सहायिका का अंतिम संस्कार किया। कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से उसका पार्थिव शरीर ओडिशा नहीं पहुंचाया जा सका। बीजेपी लोकसभा सांसद गंभीर ने ट्विटर पर अपने घर में काम करने वाली सरस्वती पात्रा को श्रृद्धांजलि दी। वह पिछले छह साल से उनके घर पर काम कर रही थी। गौतम गंभीर का ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग उनकी इस काम के लिए सराहना कर रहे हैं। गौतम गंभीर ने ट्वीट कर लिखा, ''मेरे बच्चों की देखभाल करने वाली घरेलू सहायिका नहीं हो सकती। वह परिवार का हिस्सा थीं। उनका अंतिम संस्कार करना मेरा फर्ज था। मुझे हमेशा से लगता है कि व्यक्ति किसी भी जाति, धर्म, वर्ग, सामाजिक दर्जे का हो, सम्मान का हकदार है। इसी से हम बेहतर समाज और देश बना सकते हैं ओम शांति।''
केंद्रीय पेट्रोलियम और इस्पात मंत्री धमेंद्र प्रधान ने गंभीर की तारीफ की। ओडिशा के रहने वाले प्रधान ने कहा कि गंभीर के इस नेक काम से उन लाखों गरीबों के मन में इंसानियत पर विश्वास गहरा हो जायेगा जो आजीविका कमाने के लिए घर से दूर रहते हैं। गौतम गंभीर का ट्वीट वायरल हो गया है। देखें लोगों की प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ओडिशा की 49 वर्षीय पात्रा जाजपुर जिले की थी। वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप से जूझ रही थी और उन्हें कुछ दिन पहले ही गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने 21 अप्रैल को दम तोड़ा।