ट्विटर पर फूटा दिल्ली की दमघोंटू हवा का गुस्सा, ट्रेंड हुआ #DelhiBachao और #DelhiAirEmergency
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 3, 2019 01:25 PM2019-11-03T13:25:30+5:302019-11-03T13:25:30+5:30
लोगों ने दिल्ली की जहरीली हवा का गुस्सा सोशल मीडिया के जरिए जाहिर किया। रविवार को ट्विटर पर #DelhiBachao और #DelhiAirEmergency ट्रेंड कर रहा है।
राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाके स्मॉग की गहरी चादर में लिपटे हुए हैं। यहां रहने वालों लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ हो रही है। लोगों ने यह गुस्सा सोशल मीडिया के जरिए जाहिर किया। रविवार को ट्विटर पर #DelhiBachao और #DelhiAirEmergency ट्रेंड कर रहा है।
कवि डॉ कुमार विश्वास ने लिखा, 'जब तक आख़री आदमी या कुछ भी ज़िंदा है रुकना मत सियासतदानों।' पत्रकार मानक गुप्ता ने लिखा कि आप स्मॉग को सूंघ सकते हैं। ये बहुत बुरा है।
जब तक आख़री आदमी या कुछ भी ज़िंदा है रुकना मत सियासतदानों 👎#DelhiAirEmergency
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 3, 2019
सियोभन हेन ने लिखा कि दिल्ली में प्रतिदिन व्यक्ति 33 सिगरेट के बराबर धुँआ पीने को मजबूर है। अपने बच्चों के बारे में सोचिए।
Noida is a satellite city to Delhi. Nearly 2000 AQI! That’s like smoking 3 packs of cigarettes a day. #DelhiAirEmergencyhttps://t.co/Tca0qKcmn9
— Siobhan Heanue (@siobhanheanue) November 3, 2019
अनुराग सक्सेना ने लिखा कि गंदी राजनीति के लिए राजनेताओं को शर्म आनी चाहिए। अरुण जावेरी ने लिखा कि मुझे लगता है दिल्ली मोस्ट पॉलुटेड डे का विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रही है।
I think we are heading towards Delhi recording the most polluted day in the history of world!! Most of the Delhi areas are showing an AQI of 999 because the meters can't record above that. This is a DISASTER!#DelhiAirEmergencypic.twitter.com/5pY52i5QPw
— Varun Jhaveri (@Varun_Jhaveri) November 3, 2019
डॉ हर्ष वर्धन ने प्रदूषण जनित समस्याओं से बचने के लिए गाजर खाने की सलाह दी तो ट्रोल हो गए। स्वाती चतुर्वेदी ने लिखा कि दिल्ली सांस नहीं ले पा रही है और आपकी योजना क्या है? गाजर खाओ?
देश की राजधानी और आसपास के शहरों में हवा की रफ्तार बढ़ने तथा हल्की बारिश से जहरीली धुंध से शनिवार को लोगों को थोड़ी सी राहत मिली। एक दिन पहले ही क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता सबसे खराब दर्ज की गयी थी और अधिकारियों ने स्कूलों को कुछ दिन तक बंद करने, सभी निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाने तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की।
राष्ट्रीय राजधानी रविवार सुबह धुंध की चादर में लिपटी रही और इस दौरान न्यूनतम तापमान मौसम के औसत तापमान से चार डिग्री अधिक 18.7 डिग्री सेल्सियस रहा। शहर के अनेक हिस्सों में पिछले चौबीस घंटों में शून्य दशमलव तीन मिलीमीटर हल्की बारिश हुई जिससे हवा में मौजूद खतरनाक वायु प्रदूषकों का स्तर कुछ कम हुआ। लेकिन प्रदूषण का स्तर अब खतरनाक स्तर पर है। प्रदूषण के बेहद खतरनाक स्तर को देखते हुए नोएडा-ग्रेनो के स्कूलों में 5 नवंबर तक छुट्टी कर दी गई है। दिल्ली में पहले से ही स्कूल बंद हैं।