पीएम2.5 का स्तर, छोटे प्रदूषक जो फेफड़ों और रक्तप्रवाह में गहराई तक प्रवेश कर सकते हैं, 99.8 प्रतिशत दिनों में WHO की 15 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से अधिक हो गए। ...
चुनावी दौर में प्रायः जनता किसी राजनीतिक दल या नेता से ये सवाल नहीं पूछ रही है कि अगर पृथ्वी का तापमान इसी तरह बढ़ता रहा तो क्या उनके एजेंडे में इससे बचाव का कोई उपाय शामिल है। ...
उत्तरी भारत के बिहार राज्य में पाँच लाख की आबादी वाला शहर, बेगूसराय, पिछले साल दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था। यहाँ औसत वार्षिक PM2.5 सांद्रता 118.9 थी, जो WHO के दिशानिर्देशों से 23 गुना अधिक है। ...
वायु प्रदूषण भारत सहित दुनिया के कई देशों के लिए विकराल समस्या बन चुका है, जिसके कारण बीमारियों और मौतों का आंकड़ा वर्ष-दर-वर्ष बढ़ रहा है और इससे लोगों का मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। ...
वीडियो में किशोरी ने कहा कि उसने जो पत्र लिखा है, वह सिर्फ 13 साल के बच्चे के शब्द नहीं हैं, बल्कि उन सभी भारतीयों के विचार और सपने हैं जो एक ऐसे देश में रहना चाहते हैं जहां वे बिना किसी चिंता के सांस ले सकें। ...
Pollution: पर्टिकुलेट मैटर यदि 2.5 माइक्रॉन से ऊपर है तो इससे हमें नाक और सांस की समस्या शुरू होती है. जैसा कि देखा गया है कि लंग का कलर आजकल चेंज होता रहता है. ...