दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार जोरों पर है। दिल्ली के मतदाता अगली सरकार चुनने के लिए 8 फरवरी को वोट करेंगे जबकि नतीजे 11 फरवरी को आएंगे। दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है। इस बीच ट्विटर पर 'सुखी कांग्रेस' ट्रेंड हो रहा है। यूजर्स का कहना है कि कांग्रेस को ना जीत की चिंता है ना ही हार का भय है।
आइये पहले जानते हैं पिछले चार चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन
| कांग्रेस | सीट | वोट प्रतिशत |
| विधानसभा चुनाव 2013 | 08 | 11.43% |
| लोकसभा चुनाव 2014 | 00 | 15.10% |
| विधानसभा चुनाव 2015 | 00 | 9.7% |
| लोकसभा चुनाव 2019 | 00 | 22.46% |
क्या कांग्रेस का खुलेगा खाता
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 को लेकर टाइम्स नाउ-IPSOS ओपिनियन पोल आ गया है। इस सर्वे के मुताबिक दिल्ली की 70 सीटों में से आम आदमी पार्टी (AAP) 54 से 60 सीट जीत सकती है। वहीं भारतीय जनता पार्टी(BJP) को सिर्फ 10 से 14 सीटें जीतने का अनुमान है। सर्वे में कांग्रेस को 0 से 2 सीटे मिलने का अनुमान है। लोकसभा चुनाव में 2019 में दिल्ली में कांग्रेस को सत्तारूढ़ आप से ज्यादा वोटें मिली थी। कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार उसका खाता खुल जाएगा। दिवंगत नेत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी 1998 से 2013 तक लगातार पंद्रह सालों तक सत्ता में रह चुकी है.