भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA)से जुड़ा एक विवादित वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि अगर आपको उर्दू व फैज से फूर्सत मिल गई हो तो कृप्या इसके बारे में सोचें। वीडियो को शेयर कर अमित मालवीय ने लिखा है, उर्दू और फैज (मशहूर शायर फैज अहमद फैज) दोनों अब बहसे के लिए पुराने मुद्दे हो गए हैं, कृप्या इससे बाहर निकल जाइए। ये इस्लामिक नारा और इस्लामी विद्रोह हमारी संस्कृति का दोहन है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के नाम पर देश के हर कैंपस ये किया जा रहा है। खासकर उन कैंपस में जो अल्पसंख्यक हैं। यह एक सोचने का विषय है।
अमित मालवीय द्वारा शेयर किए गए वीडियो में क्या है?
अमित मालवीय द्वारा शेयर किया गया वीडियो नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से संबंधित है। वीडियो को देखने से पता चलता है कि ये देश के अलग-अलग यूनिवर्सिटी कैंपस का विरोध प्रदर्शन है। जिसमें छात्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
शेयर किए गए वीडियो के टॉप हेड पर लिखा है, '' ये छात्र आंदोलन है या इस्लामिक जिहाद। वीडियो के थंबनेल पर चार बॉक्स बने हैं, जिसमें पहले बॉक्स में लिखा है, बस नाम रहेगा अल्लाह का। दूसरे बॉक्स में लिखा है, नारा-ए-तकबीर अल्लाह हो अकबर। तीसरे बॉक्स में लिखा है- हिंदुत्व की कब्र खुदेगी। चौथे बॉक्स में लिखा है- तेरा-मेरा रिश्ता क्या, ला इलाहा, इल्लल लाह।
अमित मालवीय पिछले दो ट्वीट को लेकर हुए थे ट्रोल
पहला ट्वीट
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय हैशटैग #IndiaSupportsCCA के साथ जमकर ट्रोल हुए। अमित मालवीय ने अपने एक ट्वीट में CAA की जगह CCA लिखा था। बीजेपी के आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने जली हुई ट्रेन के चलने की वीडियो शेयर की थी। वीडियो शेयर कर उन्होंने ट्वीट में दावा किया था, ''यह ट्रेन CAA विरोधी द्वारा पश्चिम बंगाल में जलाई गई है। जिन लोगों ने इस ट्रेन को जलाई है वह बापू और तिरंगा हाथ में नहीं ले सकते हैं। संविधान की रक्षा के नाम पर सड़क पर उतरे ये दंगाई, देश जला रहे हैं #IndiaSupportsCCA।''
दूसरा ट्वीट
अमित मालवीय ने टीवी पत्रकार एंकर राजदीप सरदेसाई को लेकर एक ट्विटर पोल चलाया था। अमित मालवीय ने ट्विटर पर पोल चलाकर लिखा है '' राजदीप सरदेसाई को ISIS का PR होना चाहिए?'' अपने जवाब में यूजर हां और ना में बताए।