अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिन की भारत यात्रा पर आए हुए हैं। पिछले करीब 30 घंटे में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच पांच बार मुलाकात हुई। ये दोनों नेताओं के बीच की गर्मजोशी को दिखाता है। इस दौरे में भारत ने अपनी पलकें बिछा दीं। लेकिन इस यात्रा से भारत और अमेरिका को क्या हासिल होगा। इसी पर बात करने के लिए हमारे साथ मौजूद हैं रंगनाथ सिंह जी। अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने करीब 20 देशों की यात्राएं की हैं। इनमें अधिकांश यूरोप के देश थे। वो चार बार फ्रांस जा चुके हैं। लेकिन इसबार उन्होंने भारत आने का फैसला किया. एक गरीब और विकासशील देश. ये यात्रा किस तरह का संदेश देती है.ओबामा और क्लिंटन समेत कई अमेरिकी राष्ट्रपति पहले भी भारत यात्रा पर आ चुके हैं। लेकिन उनकी यात्रा का कोई मकसद होता था। लेकिन ट्रंप की इस यात्रा के पीछे कोई स्पेसिफिक कारण नहीं है। फिर इतना तामझाम करने की क्या जरूरत थी?कुछ फॉरेन पॉलिसी एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके उलट भारत को इसका खामियाजा भी उठाना पड़ सकता है। अमेरिका में इसी साल नवंबर में चुनाव होने हैं। ट्रंप राष्ट्रपति रहेंगे या नहीं ये तो भविष्य के गर्भ में है। अगर ट्रंप राष्ट्रपति नहीं बनते तो मोदी-ट्रंप केमिस्ट्री के लिए ये जो खर्च उठाया जा रहा है ये व्यर्थ चला जाएगा। क्योंकि डेमोक्रेट भारत के प्रति अलग रणनीति अपनाएंगे।