राममंदिर पर मुस्लिम पक्ष फिर दर्ज करेगा याचिका ?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 13, 2019 02:43 PM2019-12-13T14:43:34+5:302019-12-13T14:43:34+5:30
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या विवाद में पुनर्विचार याचिकाएं खारिज किए जाने के बाद मुकदमे में पक्षकार जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बृहस्पतिवार को ‘मायूसी’ जताते हुए कहा कि संगठन ने पहले ही कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का ‘जो भी फैसला होगा उसका सम्मान किया जाएगा। कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में अपने नौ नवंबर के फैसले पर पुनर्विचार के लिये दायर सभी याचिकायें बृहस्पतिवार को खारिज कर दीं। न्यायालय ने अपने फैसले में 2.77 एकड़ विवादित भूमि ‘राम लला’ को सौंपते हुये वहां राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया था।