UP Lok Sabha Elections 2024: यूपी में दूसरे चरण में भी 2019 के मुकाबले यूपी में कम वोटिंग, इस बार शाम 5 बजे तक पड़े 52.74 % वोट
By राजेंद्र कुमार | Published: April 26, 2024 08:14 PM2024-04-26T20:14:36+5:302024-04-26T20:16:45+5:30
UP Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में 70 फीसदी मतदान कराने के लक्ष्य को लेकर चुनाव आयोग द्वारा ही गई तमाम तैयारियों के बाद भी शाम पांच बजे तक 52.74 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि वर्ष 2019 में इन आठ सीटों के लिए 62.18 प्रतिशत मतदान हुआ था।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की तरह ही दूसरे चरण में भी कम मतदान हुआ। उम्मीद थी कि इस बार मतदाता दोगुने उत्साह से वोट डालने के लिए आगे आएंगे, लेकिन उत्तर प्रदेश के वोटरों ने कम मतदान कर सभी को चौंका दिया। उत्तर प्रदेश में 70 फीसदी मतदान कराने के लक्ष्य को लेकर चुनाव आयोग द्वारा ही गई तमाम तैयारियों के बाद भी शाम पांच बजे तक 52.74 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि वर्ष 2019 में इन आठ सीटों के लिए 62.18 प्रतिशत मतदान हुआ था।
दूसरे चरण के मतदान का अंतिम आंकड़ा शनिवार को आने की संभावना है। शुक्रवार को यूपी की आठ सीटों समेत 13 राज्यों की 88 सीट पर मतदान हुआ। यूपी में मतदान के दौरान हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। अमरोहा में मतदान करने पहुंची एक महिला की हार्ट अटैक से मतदान केंद्र पर ही मृत्यु होने पुष्टि अधिकारियों ने की है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के अनुसार कुछ जगहों पर जरूर लोगों ने वियक्स कार्य न होने तथा कई अन्य समस्याओं के कारण नाराज होकर मतदान का बहिष्कार किया मगर बाद में उन्हे समझा-बुझाकर मतदान के लिए राजी कर लिया गया।
भाजपा के लिए बेहद अहम है यह चरण
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के अनुसार, लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण में की आठ सीटों अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा पर मतदान हुआ। इस सीटों पर यूपी के 1.67 करोड़ मतदाताओं ने 91 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला शुक्रवार को किया है। इन 91 उम्मीदवारों में 10 महिला प्रत्याशी हैं। गौतम बुद्ध नगर और मथुरा सीट पर 15-15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. जबकि बुलंदशहर में सबसे कम छह उम्मीदवार किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में थे।
बीते लोकसभा चुनाव में इन आठ सीटों में से सात पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जीत हासिल हुई थी, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कुंवर दानिश अली अमरोहा सीट से चुनाव जीते थे। समाजवादी पार्टी को तब किसी भी सीट पर सफलता नहीं मिली थी. इस दूसरे चरण में भाजपा सात सीटों पर और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) बागपत सीट से चुनाव लड़ रही हैं।
बसपा इस बार आठों सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ रही है। जबकि सपा और कांग्रेस ने चार-चार सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं। यह दूसरा चरण भाजपा के लिए जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही कांग्रेस और सपा के लिए भी है। सपा के लिए इस चरण में खोने के लिए कुछ भी नहीं है, लेकिन भाजपा के लिए यह चरण अपनी सीटें बनाने के लिए बेहद ही अहम है।
अबकी बार, भाजपा साफ़ : अखिलेश यादव
यूपी में दूसरे चरण में हुए कम मतदान को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट लिखकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है की दूसरे चरण में दिन भर ये एक अजब रूझान देखने को मिला कि हर बूथ पर इंडिया गठबंधन के समर्थन में वोट डालने वाले हर समाज और वर्ग के मतदाताओं का आना लगातार बढ़ता गया, वहीं दूसरी तरफ़ भाजपा के मतदाता कम से और कम होते चले गये।
दरअसल भाजपा के हताश, निराश समर्थकों के बीच भाजपा की ऐतिहासिक हार की पुख़्ता बात बुरी तरह से फैल चुकी है। उनके संगी-साथी भी कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। भाजपाई नेताओं के उलूल-जुलूल बयानों से भाजपाई शर्मिंदा भी हैं। आखिरकार उन्हें भी तो समाज के बीच ही रहना है।
राजनीतिक बयानबाज़ी के चक्कर में पड़कर वो अपने और अपने परिवार वालों के सामाजिक संबंधों को समाज के बीच खराब नहीं करना चाहते हैं। वो भी जानते हैं कि सामाजिक सौहार्द में ही सबकी भलाई और तरक्की के अवसर होते हैं। दूसरे चरण ने तस्वीर और साफ़ कर दी है : अबकी बार, भाजपा साफ़!"