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Nizamuddin Markaz: ब्रिटिश शासन में हुई स्थापना, कैसे बने Tablighi Jamaat के 15 करोड़ Follower

By हरीश गुप्ता | Published: April 1, 2020 09:29 AM2020-04-01T09:29:12+5:302020-04-01T09:29:12+5:30

कोरोना वायरस के कहर के बीच तबलीगी जमात चर्चा के केंद्र में आ गया है। निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले जमात के 441 लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे हैं और अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। अगर आपको लगता है कि तब्लीगी जमात कोई छोटा संगठन है तो आप इस वीडियो को देखकर अचरज में पड़ सकते हैं.

इस इस्लामी मिशनरी आंदोलन की स्थापना 1920 के दशक में हरियाणा के मेवात क्षेत्र में हुई थी. मुहम्मद इलियास अल-कंधलवी ने देवबंदी आंदोलन की शाखा के रूप में इसे स्थापित किया था. यह 1946-47 में निजामुद्दीन में स्थानांतरित हो गया और तब से इसने अपने आकार और सीमा का विस्तार किया. राजनीति और मीडिया की चमक-दमक से दूर रहकर इस संगठन ने 15 करोड़ अनुयायियों के साथ दुनिया के करीब 200 देशों में अपना फैलाव किया है.

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