मोदी को कॉल कर जब फूट-फूट कर रोए थे गुलाम नबी..राज्यसभा (Rajyasabha) में आज कांग्रेस (Congress) सांसद और सदन में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) की विदाई भाषण के दौरान प्रधानमंत्री का गला रुंध गया और उनकी आंखों से आंसू आ गए। राज्यसभा में यह बहुत ही भावुक क्षण था। पीएम मोदी ने 13 साल पहले की बात का जिक्र किया, उस वक्त मोदी और आजाद गुजरात और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे। 13 साल पहले यानि 2007 में जम्मू-कश्मीर में गुजरात के सैलानियों पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। हमले में कई लोगों की जान चली गई थी। इस घटना से आहत गुलाम नबी आजाद ने तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को कॉल किया था और वो बात करने से ज्यादा रो रहे थे। अब इस घटना का एक वीडियो सामने आया है। पीएम मोदी और आजाद द्वारा इस घटना का जिक्र किये जाने के बाद समाचार एजेंसी ANI ने एक वीडियो जारी किया है। यह वीडियो 30 जुलाई 2007 का है। तब जम्मू-कश्मीर के सीएम रहे गुलाम नबी आजाद ने आतंकी हमले के पीड़ितों से मुलाकात की थी।वीडियो में देखा जा सकता है कि आतंकी हमले के पीड़ितों को हवाई जहाज से गुजरात रवाना करने से पहले आजाद ने पत्रकारों से बात की। आजाद इस दौरान भी भावुक दिख रहे हैं। इस वीडियो में पीछे पीड़ितों के रोने की आवाजें भी आ रही हैं। आजाद ने उस वक्त कहा था- 'हम आपको फूल फल लेके भेजना चाहते थे, लेकिन आपके बच्चों की लाशें भेज रहे हैं। बहुत अफसोस है। हम सबको माफ करना।'वीडियो के शुरुआती हिस्से में भी पीड़ितों से मिलते हुए आजाद भावुक हो गए थे। वह अपनी आंखे पोछते दिख सकते हैं। इससे पहले आजाद ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि जम्मू एवं कश्मीर का मुख्यमंत्री बनने के कुछ ही दिनों के भीतर कश्मीर में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ और कुछ पर्यटक मारे गए थे। इनमें गुजरात के पर्यटक भी थे। उन्होंने कहा कि वह जब हवाईअड्डे पहुंचे तब पीड़ित परिवारों के बच्चे उन्हें पकड़कर रोने लगे।आजाद ने कहा कि वह दृश्य देखकर उनके मुंह से चीख निकल गई, 'खुदा तूने ये क्या किया...मैं क्या जवाब दूं इन बच्चों को...इन बच्चों में से किसी ने अपने पिता को गंवाया तो किसी ने अपनी मां को...ये यहां सैर करने आए थे और मैं उनकी लाशें हवाले कर रहा हूं....' इसी कड़ी में आजाद ने कहा, 'अल्लाह से... भगवान से... यही दुआ करते हैं कि इस देश से आतंकवाद खत्म हो जाए।'