नागरिकता संशोधन विधेयक राज्यसभा में पारित हो गया है। इस विधेयक के समर्थन में 125 और विरोध में 105 मत पड़े। शिवसेना ने वोटिंग से बहिष्कार किया है। इस विधेयक को लोकसभा में सोमवार को ही पारित कर दिया गया था। अब इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह ने इस बिल को पेश करते हुए राज्यसभा में कहा, "भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में इस बात की घोषणा की थी। हमने इसे देश की जनता के सामने रखा और हमें जनसमर्थन और जनादेश मिला। हमने लिखा था कि पड़ोसी देशों से प्रताड़ित धार्मिक अल्पसंख्यकों के संरक्षण के लिए सिटिजनशिप संशोधन बिल को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"