अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के 36 घंटों का पूरा किस्सा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 27, 2020 12:20 AM2020-02-27T00:20:38+5:302020-02-27T00:20:38+5:30
ट्रंप जब वापस अपने वतन लौट गये तब व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी किया. व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा का मुख्य फोकस भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना था. ट्रंप की 36 घंटे की भारत यात्रा खत्म होने के कुछ घंटे बाद व्हाइट हाउस ने ‘प्रेजीडेंट डोनाल्ड जे. ट्रंप इज़ स्ट्रेंथनिंग अवर स्ट्रैटेजी विद इंडिया’के नाम से एक बयान जारी किया. बयान में कहा गया कि अमेरिका और भारत दोनों को ही मजबूत आर्थिक संबंधों से लाभ हैं जो दोनों देशों में समृद्धि, निवेश और रोजगार पैदा करते हैं. व्हाइट हाउस ने कहा, राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप भारत के साथ हमारे रणनीतिक संबंध गहरे कर रहे हैं. ट्रंप की पहली आधिकारिक भारत यात्रा होने की बात पर जोर देते हुए बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के लंबे व्यापारिक संबंध रहे हैं, जो कि 2018 में ही 142 अरब डॉलर के पार थे. व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी ऊर्जा निर्यात के लिए भारत एक बढ़ता हुआ बाजार है. राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में भारत में लगातार ऊर्जा निर्यात बढ़ा है, जिससे राजस्व में अरबों डॉलर की बढ़ोतरी हुई है. व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं जो दोनों राष्ट्रों के बीच आर्थिक साझेदारी की पूर्ण क्षमता को दर्शाता है. व्हाइट हाउस का कहना है कि कि दोनों देश अपने सुरक्षा संबंध गहरे कर रहे हैं. वापस व्हाइट लौटने से पहले दोनों देशों के बीच कई समझौते भी हुए. जिसमें भारत की अमेरिका से 24 एमएच..60 रोमियो हेलीकॉप्टर की 2.6 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत से खरीद शामिल है. वहीं 80 करोड़ डॉलर का एक सौदा छह एएच..64 ई अपाचे हेलीकॉप्टर को लेकर भी हुआ. व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप और मोदी ने सुरक्षित 5 जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी प्रणालियां बनाने के महत्व पर चर्चा की ताकि एक भरोसेमंद नेटवर्किंग भविष्य बनाया जा सके. इस दौरान वो चीन पर निशाना साधने से नहीं चूके . अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 फरवरी को कि 5 जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी स्वतंत्रता एवं समृद्धि का औजार बनना चाहिए . 5 जी का इस्तेमाल उत्पीड़न एवं सेंसरशिप के औजार नहीं बने . ट्रंप के इस बयान को चीनी कंपनी हुवई के लिए स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है. अमेरिका ने इस कंपनी को काली सूची में डाल दिया है. उसे डर है कि हुवई के उपकरणों का चीन सरकार जासूसी के लिए इस्तेमाल कर सकती है. हुवई दूरसंचार उपकरण बनाने वाली दुनिया की जानी मानी कंपनी है. ट्रंप ने कहा कि मोदी के साथ बातचीत में 5 जी का मुद्दा भी उठा. भारत ने हुवई को 5 जी ट्रायल में हिस्सा लेने देने का फैसला किया है. चीन ने भारत के फैसले का स्वागत किया है. अपनी यात्रा के दूसरे दिन दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत के बाद ट्रंप ने मीडिया को जारी किये गये बयान में चतुष्कोण यानी भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान का भी जिक्र किया जिसे हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के एग्रेसिव रूख के बाद में हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति के लिए बनाया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने ब्लू डॉट का भी जिक्र किया. जो समान सोच वाले देशों के साथ चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का मुकाबला समझा जाता है. भारत में अपनी यात्रा के दूसरे दिन 25 फरवरी को ट्रंप ने पाकिस्तान को तगड़ा मैसेज देते हुए भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान से यह तय करने को कहा कि उसकी जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी हमले करने के लिए ना हो. पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बातचीत के बाद जारी साझा बयान में पाकिस्तान से 26/11 के मुम्बई हमले और पठानकोट हमले के गुनहगारों को ज्लदी एक्शन लेने की बात कही. ट्रंप और मोदी ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन, हक्कानी नेटवर्क, डी कंपनी, अलकायदा, आईएसआईएस और तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान सहित सभी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का भी आह्वान किया. भारत में करीब 36 घंटे गुज़ार कर लौटते वक्त अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस यात्रा ‘अद्भुत’ कहा. पीएम ने कहा कि भारत डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका और उनके पति जेरेड कुशनर का स्वागत करके खुश मोदी ने इन दोनों के जल्द ही ‘दोबारा भारत आने की आशा’ जताई. तो आइए जानते हैं कैसे बीते भारत में ट्रंप 36 घंटे.