केवल जन्म के बाद ही नहीं, बच्चे के जन्म से पहले ही यदि गर्भ में उसकी देखभाल ठीक से ना की गई हो तो ऐसा बच्चा अस्थमा का शिकार जल्दी हो जाता है। भारत में अस्थमा से ग्रसित बच्चों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती चली जा रही है जिसमें प्रदूशान तो सबसे बड़ा कारण है ही। लेकिन साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान ठीक देखभाल ना होना और गर्भवती मां का लाइफस्टाइल सही ना होना, दोनों ही कारण मुख्य हैं।