खुद को 'देशभक्त डॉन' कहने वाले गैंगस्टर रवि पुजारी की कहानी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 23, 2020 07:21 PM2020-02-23T19:21:33+5:302020-02-23T19:21:33+5:30
उसका सिर्फ नाम पुजारी है. लेकिन काम है फिरौती, और जो निशाने पर आ गया उसे मौत बांटना. हिंदुस्तान में 200 से अधिक केसेज़ में वांटेंड है वो. उसकी फोन की घंटिया मुंबई में सागर किनारे का सुकून छीनने लगी थीं. जुर्म की अपनी अलग कंपनी खोलने से पहले वो छोटा राजन का शार्प शूटर था. वो रवि पुजारी है.
1968 में पैदा हुआ रवि प्रकाश पुजारी लगातार क्लास में फेल होने के कारण स्कूल से बाहर हो गया. 1990 में पुजारी मुंबई के अंधेरी में रहा करता था. वहीं से उसके जुर्म के अंधेरे संसार का सूरज उगा. पुजारी ने वहीं अपने दुश्मन बाला जाल्टे की हत्या कर दी. इस मर्डर के बाद पुजारी गैंगस्टर छोटा राजन के करीब आया. जल्द ही विजय शेट्टी और संतोष शेट्टी के साथ पुजारी भी छोटा राजन के गैंग में शामिल हो गया. 1990 में पुजारी दुबई भाग गया जहां से वो बिल्डरों को धमकी देता और फिरौती का धंधा चलाया करता.