अफगानिस्तान का आतंकवादी संगठन। तालिबान ने सरकार को सत्ता से बेदखल कर अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। अमेरिका, ब्रिटेन इत्यादि देशों की संयुक्त सेनाओं की मदद से तालिबान को सत्ता से बाहर किया गया। Read More
हले प्रशासन ने बताया था कि विस्फोट में 20 लोगों की मृत्यु हुई है। हिंसा में बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तालिबान के साथ बातचीत रद्द कर दी है। ...
अफगानिस्तान में लगातार हमले हो रहे हैं। एक सप्ताह के अंदर 3 बम धमाके हुए हैं। कम से कम 100 लोगों की मौत हुई है। जल्द ही अफगानिस्तान में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होना है। ...
परवान अस्पताल के निदेशक डॉक्टर अब्दुल कासिम संगिन ने कहा, "मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।" गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा कि हमलावर मोटरसाइकिल पर आए और रैली स्थल के नजदीक पुलिस चौकी में बम लगाकर धमाका कर दिया। ...
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने तालिबान के साथ वार्ता से पीछे हटने की वजह पांच सितंबर को काबुल में तालिबान द्वारा किया गया हमला बताया है जिसमें एक अमेरिकी सैनिक समेत 12 लोग मारे गए. ...
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने तालिबान के कतर स्थित प्रवक्ता सुहैल शाहीन के हवाले से कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान को लेकर राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के दूत जमीर काबुलोव के साथ चर्चा की। ...
अमेरिका ने यह कदम काबुल में पिछले सप्ताह हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान द्वारा लेने के बाद उठाया है। इस हमले में अमेरिका का एक सैनिक भी मारा गया था। वार्ता रद्द करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘‘ उन्होंने (तालिबान) सोचा कि बातचीत ...
पिछले दिनों राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर तालिबान के साथ शांति समझौता हो जाता है तो अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या घटकर 8,600 हो जाएगी और उनकी स्थायी मौजूदगी बनी रहेगी। ...
अफगानिस्तान की शांति से अमेरिका को क्या लेना-देना है. उसने ओसामा बिन लादेन को मारकर न्यूयॉर्कहमले का बदला ले लिया है. अब वह अफगानिस्तान में अरबों डॉलर क्यों बहाए और हर साल अपने दर्जनों फौजियों को क्यों दांव पर लगाए? ...