इससे पहले दोपहर में राउत ने संवाददाताओं से कहा, “सावरकर के विरोधियों को अंडमान सेलुलर जेल (भूतपूर्व) में दो दिन बिताने चाहिए ताकि वे समझ सकें कि अंग्रेजों ने उनके लिए किस तरह की कठिनाइयां पैदा की थीं।” ...
दरअसल, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने इंदिरा गांधी पर दिए गए बयान के बाद कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर बेवजह टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। ...
संजय ने कहा कि सावरकर की आलोचना करने वालों को सिर्फ दो दिन के लिए अंडमान जेल भेज दो, जहां सावरकर को बंधक बनाया गया था. तब उनके बलिदान और उनके योगदान का एहसास इनलोगों को होगा. ...
सत्तारूढ़ गठबंधन में असंतोष के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पवार ने कहा, ''आघाड़ी के नेताओं को कोई सलाह देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे सभी परिपक्व हैं और जानते हैं कि उन्हें सरकार चलानी है. वे देख चुके हैं कि जब कोई सरकार में नहीं होता है, तो ...
अखबार ने इस बात पर हैरानी जताई कि जो इंदिरा गांधी की स्मृतियों को ही स्थायी रूप से मिटा देना चाहते थे अब उन्हें उनकी छवि की चिंता सता रही है। यह संपादकीय सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत के विवादित बयान की पृष्ठभूमि में लिखा गया। ...
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट और पार्टी नेता अशोक चव्हाण ने राउत के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि इंदिरा गांधी के खिलाफ ऐसे बयान बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। ...
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राउत स्पष्ट वक्ता हैं और उन्हें यह नहीं पता कि उन्होंने किस संदर्भ में यह बात कही है। चव्हाण ने कहा, ‘‘ उन्होंने किस संदर्भ में बयान दिया मुझे नहीं पता। उन्होंने बयान वापस लिया तो इस पर ज्यादा चर्चा नही ...