भारतीय संसद का उच्च सदन राज्यसभा को कहते हैं। भारतीय संविधान के मुताबिक राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं। मौजूदा समय में 245 सदस्यों का प्रावधान है। इसमें अधिकांश सदस्यों को जनता अप्रत्यक्ष रूप से चुनती है वहीं 12 सदस्यों को राष्ट्रपति नामित करते हैं। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा के क्षेत्र में हो सकते हैं। राज्यसभा सांसद का कार्यकाल 6 साल का होता है। वहीं प्रत्येक दो साल में एक तिहाई सदस्य रिटायर हो जाते हैं। लोकसभा की तरह राज्यसभा कभी भंग नहीं होती। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति होता है। राज्यसभा के वर्तमान सभापति वेंकैया नायडू और उपसभापति नवनिर्वाचित हरिवंश हैं। Read More
ट्रांसजेंडर समुदाय विधेयकः इस विधेयक को लाने के पीछे सरकार का मानना है कि इससे हाशिए पर खड़े इस वर्ग के विरूद्ध भेदभाव और दुर्व्यवहार कम होने के साथ ही इन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने से ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को लाभ पहुंचेगा। ...
संजय राउत की ये नाराजगी उस समय आई है जब महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच गतिरोध कायम है। साथ ही शिवसेना के केंद्र में एक मंत्री ने भी इस्तीफा दे दिया है। ...
राज्यसभा में बुधवार को कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने का मुद्दा उठाया। पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया। ...
मनमोहन सिंह राज्यसभा के 250वें सत्र पर उच्च सदन में 'भारतीय शासन व्यवस्था में राज्यसभा की भूमिका और आवश्यकता' पर हुई विशेष चर्चा में भाग ले रहे थे। ...
साल 1952 में राज्यसभा के पहले सत्र में कुल 15 महिला (6.94%) सदस्य थीं जिनकी संख्या 2014 तक 31(12.76%) हो चुकी थी. फिलहाल सदन में कुल 26 (10.83%) महिला सदस्य ही शेष हैं. ...
सूत्रों के मुताबिक, उपराष्ट्रपति ने कल से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र से पहले सभी दलों के प्रमुख नेताओं से मिलकर यह जानने का प्रयास किया कि संसद के समक्ष इस समय क्या महत्वपूर्ण मसले हैं. खासकर राज्यसभा के निर्बाध संचालन के लिए भी उन्होंने सदस्यों से ...
प्रभात झा, बीजेपी के नारायण लाल पंचारिया की जगह आचार समिति के अध्यक्ष होंगे। झा अभी तक याचिका समिति के अध्यक्ष थे, उनका स्थान प्रसन्न आचार्य लेंगे। ...
राज्यसभा उपचुनाव में उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उम्मीदवार सुधांशु त्रिवेदी निर्विरोध जीत गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन से यह सीट खाली हुई थी। सुधांशु त्रिवेदी ने नामांकन तिथि के आखिरी दिन पर्चा भरा था। उनके सामने किसी ...