ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ लड़ने वाले भारतीय क्रांतिकारी। शिवराम राजगुरु का जन्म 24 अगस्त 1908 को महाराष्ट्र में हुआ था। राजगुरु क्रांतिकारी संगठन हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिक आर्मी के सदस्य थे। राजगुरु को भगत सिंह और सुखदेव के साथ ब्रिटिश पुलिस अफसर जेपी सॉन्डर्स की हत्या के आरोप में फाँसी दी गयी थी। राजगुरु, सुखदेव और भगत सिंह तीनों को अंग्रेजों ने 23 मार्च 1931 को लाहौर में फाँसी दे दी थी। Read More
शहीद दिवस 2019 पर पढ़ें वो पर्चा जो भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली स्थित संसद में बम फेंकने के बाद लोगों के बीच अपना वैचारिक पक्ष रखने के लिए फेंका था। ...
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेजों ने 23 मार्च 1931 को लाहौर की सेंट्रल जेल में फांसी दे दी थी। इन तीन भारतीय क्रांतिकारियों के शहादत दिवस को भारत में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। ...
शहीद दिवस 2019 पर पढ़िए क्रांतिकारी भगत सिंह और सुखदेव के निजी जीवन के अल्पज्ञात पहलू को उजागर करने वाला पत्र। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को ब्रिटिश शासकों ने 23 मार्च 1931 को फांसी पर चढ़ा दिया था। ...
शहीद भगत सिंह का एक विचार बेहद प्रचलित है - 'आदमी को मारा जा सकता है, उसके विचारों को नहीं'। भगत सिंह का यह विचार आज की सच्चाई बन गया। आज भी लोगों के जहां में शहीद भगत सिंह की कही एक एक बात बसी है। ...
सोशल मीडिया पर लगातार अपील जा रही है कि 14 फरवरी को 'वैलेंटाइन डे' के रूप में नहीं, बल्कि 'काला दिवस' के तौर पर मनाया जाए। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि... ...