भारतीय संसद (राज्य सभा और लोक सभा) की हर साल होने वाली तीन बैठकों को संसद सत्र कहते हैं। इन सत्रों में सभी विधायी कार्य पूरे किये जाते हैं। भारतीय संविधान के अनुसार संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा अंतराल नहीं होना चाहिए। इस वजह से हर साल संसद के कम से कम दो सत्र जरूर आयोजित होते हैं।संसद का बज़ट सत्र फ़रवरी से मई के बीच आहुत होता है। संसद का मॉनसून सत्र जुलाई से सितम्बर के बीच आहुत होता है। संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर से दिसंबर के बीच आयोजित होता है। बज़ट सत्र के दौरान भारत सरकार अपना सालाना या अंतरिम बज़ट पेश करती है। इस बज़ट में सरकार वार्षिक आय और व्यय का लेखा-जोखा पेश करती है। Read More
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आधार को सुरक्षित बताते हुए आश्वासन दिया कि सरकार जल्द ही डेटा संरक्षण विधेयक लायेगी और इसकी प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा, आधार पर देश की करोड़ों जनता ने भरोसा किया है। ...
आर्थिक समीक्षा में देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में सात प्रतिशत रहने के अनुमान के बाद बृहस्पतिवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। लगातार चौथे दिन शेयर बाजार में तेजी का रुख देखने को मिला। ...
ओवैसी ने कहा कि ‘‘उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि निजी इकाइयां सरकारी आंकड़े प्राप्त नहीं कर सकतीं। इसलिए सरकार और निजी इकाइयों के बीच शादी खत्म हो गयी। इसलिए यह हलाला का क्लासिक उदाहरण है।’’ ...
सीतारमण ने संसद के दोनों सदनों में अपनी तरफ से दिये गये बयान में कहा कि बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) में अधिकारियों (स्केल-1, 2 और 3) व कार्यालय सहायक (बहुउद्देश्यीय) की भर्ती के लिए अखिल भारतीय आधार पर अंग ...
नशीले पदार्थ में इनहेलेंट्स ही ऐसी श्रेणी है जो बच्चों और किशोरों में इस समय ज्यादा प्रचलित है और वे जनसंख्या की दृष्टि से इसका उपयोग वयस्कों से अधिक करते हैं (कुल जनसंख्या की दृष्टि से वयस्कों में इनहेलेंट्स का प्रचलन 0.58 प्रतिशत है जबकि बच्चों एवं ...
बृहस्पतिवार को संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में यह बात कही गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को संसद में आर्थिक समीक्षा 2018-19 पेश की। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि पिछले वर्ष के बाद मौद्रिक नीति की दिशा में बदलाव देखने को मिला। ...
पीएम किसान -2019 के अंतर्गत 3.10 करोड़ सीमांत किसानों को 2,000 रुपये की पहली किस्त प्राप्त हुई व 23 अप्रैल, 2019 तक 2.10 करोड़ किसानों को दूसरी किस्त प्राप्त हुई है। समीक्षा के अनुसार 30 दिसंबर, 2018 तक आयुष्मान भारत के अंतर्गत 6.18 लाख लोग पीएमजेएवा ...