हिंदी, अंग्रेजी के साथ 13 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में दी जा सकेगी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की परीक्षाः सीतारमण
By भाषा | Published: July 4, 2019 06:03 PM2019-07-04T18:03:54+5:302019-07-04T18:03:54+5:30
सीतारमण ने संसद के दोनों सदनों में अपनी तरफ से दिये गये बयान में कहा कि बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) में अधिकारियों (स्केल-1, 2 और 3) व कार्यालय सहायक (बहुउद्देश्यीय) की भर्ती के लिए अखिल भारतीय आधार पर अंग्रेजी और हिंदी माध्यमों में सामान्य भर्ती प्रक्रिया (सीआरपी) का आयोजन करता है।
सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि देश में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में अधिकारियों और कार्यालय सहायकों की सीधी भर्ती संबंधी परीक्षा आगे से अंग्रेजी और हिंदी के साथ-साथ बांग्ला, तमिल, तेलुगू, गुजराती, कन्नड और मलयालम समेत 13 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी।
सीतारमण ने संसद के दोनों सदनों में अपनी तरफ से दिये गये बयान में कहा कि बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) में अधिकारियों (स्केल-1, 2 और 3) व कार्यालय सहायक (बहुउद्देश्यीय) की भर्ती के लिए अखिल भारतीय आधार पर अंग्रेजी और हिंदी माध्यमों में सामान्य भर्ती प्रक्रिया (सीआरपी) का आयोजन करता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रणाली में स्थानीय भाषाओं में शिक्षित उम्मीदवारों को इस परीक्षा के माध्यम के कारण कुछ असुविधा होती है। आरआरबी की भर्ती परीक्षाएं क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित करने के कई सुझाव प्राप्त हुए हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि आरआरबी की कार्यप्रणाली राज्य विशिष्ट और ग्रामीण केंद्रित है और इसलिए उस राज्य या क्षेत्र की भाषा की जानकारी से उम्मीदवार को अपने कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रकार, एक समान अवसर प्रदान करने और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से निर्णय लिया गया है कि आरआरबी में अधिकारियों (स्केल-1) और कार्यालय सहायकों (बहुउद्देश्यीय) की सीधी भर्ती संबंधी परीक्षा अंग्रेजी और हिंदी के साथ-साथ 13 क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित की जाएंगी।’’
इन 13 भाषाओं में असमिया, बांग्ला, गुजराती, कन्नड, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू और उर्दू हैं। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को अंग्रेजी और हिंदी के अलावा उपरोक्त भाषाओं में से उस राज्य की क्षेत्रीय भाषा को अपनी परीक्षा के माध्यम के रूप में चुनने का विकल्प मिलेगा, जिसके लिए वे उम्मीदवार हैं।
सीतारमण ने बताया कि यह बदलाव सीआरपी आरआरबी 8 (2019) की मुख्य परीक्षा से आगे लागू किया जाएगा।