निपाह वायरस से होने वाला इन्फेक्शन जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर किस्म की बीमारी पैदा करता है। इस वायरस का प्रारंभिक स्रोत फल चूसने वाले चमगादड़ हैं। इस जानलेवा वायरस का कोई इलाज नहीं है। यह मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए जानलेवा बन सकता है। Read More
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाने और आइसोलेशन वार्ड का जायजा लेने के लिए एक एपिडेमियोलॉजिस्ट समेत छह लोगों की टीम को काम पर लगाया है। ...
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने बताया कि विभिन्न जिलों से कुल 311 लोगों को निगरानी में रखा गया है। उन्होंने कहा, “छात्र की स्थिति स्थिर बनी हुई है। यह बिगड़ी नहीं है।” इससे एक दिन पहले ही पुष्टि हुई थी कि 23 वर्षीय छात्र निपाह विषाणु से संक् ...
केरल की स्वास्थ्य मंत्री के शैलजा ने बताया कि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में छात्र के रक्त के नमूने की जांच की गई जिसमें निपाह की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि जांच की रिपोर्ट मंगलवार सुबह आई। ...
जानलेवा निपाह वायरस' ने एक बार फिर केरल में दस्तक दे दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एर्नाकुलम जिले के एक अस्पताल में भर्ती एक मरीज में निपाह वायरस मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद से राज्य के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बता दें कि पिछले साल इस ...
निपाह वायरस के लक्षणों में सांस लेने में परेशानी, दिमागी सूजन, बुखार, सिरदर्द, अनिद्रा, मतली, कमजोरी, विचलन और भ्रम कि स्थिति आदि शामिल हैं। एक मरीज 48 घंटे के भीतर कोमा में जा सकता है। ...