केरल में दोबारा लौटा निपाह वायरस, एक मरीज पाया गया पॉजिटिव
By रामदीप मिश्रा | Published: June 4, 2019 10:09 AM2019-06-04T10:09:33+5:302019-06-04T10:09:33+5:30
केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा का कहना है कि एक मरीज निपाह वायरस का पॉजिटिव पाया गया है। युवक कोच्चि के एर्नाकुलम का रहने वाला है।
केरल में जानलेवा निपाह वायरस के एक बार फिर सक्रीय होने की सूचना सामने आई है। मंगलवार (चा जून) को प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री ने पुष्टि की है कि अस्पताल में भर्ती एक मर्जी निपाह वायरस से ग्रसित पाया गया है। वहीं, 86 लोगों को निगरानी में रखा गया है और प्रदेश में इससे निपटने के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं।
समाचार एजेंसी के अनुसार, केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा का कहना है कि एक मरीज निपाह वायरस का पॉजिटिव पाया गया है। युवक कोच्चि के एर्नाकुलम का रहने वाला है। उसका टेस्ट पुणे वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में कराया गया, जहां उसे पॉजिटिव पाया गया है।
Kerala Health Minister KK Shailaja confirms a positive case of Nipah virus. One person from Kochi's Ernakulam was tested positive in the results that came from Pune Virology Institute. https://t.co/6NC28mT5CJ
— ANI (@ANI) June 4, 2019
इससे पहले तीन जून को शैलजा ने कहा था कि निपाह वायरस की अभी तक कोई पुष्टि अभी नहीं हुई है। इस वायरस की बात सामने आने के बाद 86 लोगों को निगरानी में रखा गया है। साथ ही साथ उन्होंने कहा था कि हमें जल्द ही पुणे वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट से टेस्ट रिपोर्ट मिलेगी।
इसके अलावा निपाह वायरस के सूबे में दोबारा लौटने से लोगों में दहशत न फैले इसके लिए राज्य में विशेष इंतजाम की बात कही जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि इस वायरस से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से सक्षम है। कोच्चि के एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज में विशेष आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए गए हैं।
निपाह वायरस क्या है (What is Nipah Virus)
फिजिशियन एंड इंटरवेशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर केके अग्रवाल के अनुसार, निपाह वायरस से होने वाला इन्फेक्शन जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर किस्म की बीमारी पैदा करता है। इस वायरस का प्रारंभिक स्रोत फल चूसने वाले चमगादड़ हैं। इस जानलेवा वायरस का कोई इलाज नहीं है। यह मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए जानलेवा बन सकता है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, निपा वायरस का उपहार टेरोपस जीनस नामक एक खास नसल के चमगादड़ से मिला है।