निपाह वायरस से होने वाला इन्फेक्शन जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर किस्म की बीमारी पैदा करता है। इस वायरस का प्रारंभिक स्रोत फल चूसने वाले चमगादड़ हैं। इस जानलेवा वायरस का कोई इलाज नहीं है। यह मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए जानलेवा बन सकता है। Read More
Nipah virus: मलप्पुरम जिलाधिकारी कार्यालय में एक उच्च स्तरीय कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, संक्रमित रोगी के संपर्क में आए कुल ...
Nipah virus outbreak: अधिकारियों ने निरुद्ध क्षेत्रों में दुकानों को शाम सात बजे तक बंद करने का निर्देश दिया है। निरुद्ध क्षेत्रों में सिनेमाघर, स्कूल, कॉलेज, मदरसे, आंगनवाड़ी और कोचिंग केंद्र बंद रहेंगे। ...
यह वायरस पैरामाइक्सोविरिडे परिवार, जीनस हेनिपावायरस से संबंधित है, पहली बार 1999 में मलेशिया और सिंगापुर में सुअर पालकों के बीच प्रकोप के दौरान पहचाना गया था। ...
शनिवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की कि मलप्पुरम जिले का रहने वाला यह लड़का निपाह वायरस से संक्रमित पाया गया। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के अनुसार, लड़के को सुबह 10.50 बजे दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उसे बचाया नहीं जा सका। ...
जिला कलेक्टर ए गीता ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में स्थित सभी स्कूल खोले जाएंगे और नियमित कक्षाएं बुधवार से शुरू होंगी। ...
केंद्रीय पशुपालन और डेयरी विभाग की एक टीम 18-20 सितंबर तक निपाह प्रभावित क्षेत्रों में क्षेत्रीय जांच और नमूना संग्रह के लिए सोमवार को यहां पहुंचेगी। राज्य पशु रोग संस्थान, पालोड की एक टीम भी सोमवार को कोझिकोड पहुंचेगी। ...
निपाह वायरल एंटीबॉडीज़ कम से कम 10 अन्य राज्यों के फल चमगादड़ों की आबादी में मौजूद हैं। लेकिन केवल केरल में ही लगभग हर साल निपाह का प्रकोप देखा जाता है। ...