डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और संघ के करीबी माने जाते हैं। 2023 विधानसभा चुनाव में उन्होंने उज्जैन दक्षिण सीट से चुनाव जीता। वह 2020 में शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में भी शामिल हुए थे। Read More
मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती विभाग थमने का नाम नहीं ले रहा है। भोपाल में पटवारी भर्ती विवाद को लेकर सैकड़ो युवाओं ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी परीक्षा को निरस्त करने, गड़बड़ी की जांच के लिए गठित आयोग की रिपोर्ट को सा ...
मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस ने जिस विभाग के नाम बार-बार बदले, उस विभाग का पता बदलने की तैयारी मोहन सरकार ने की है। आखिर हर सरकार में क्यों चर्चा में रहता है यह सरकारी विभाग, आखिर क्यों अब मोहन सरकार विभाग का पता बदलने की तैयारी में है, खास रिप ...
लोक सभा इलेक्शन को लेकर चुनावी जमावट तेज है। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी को दी है। इस सीट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सांसद है। आखिर क्यों चुनाव से पहले खजुराहो सीट सुर्खियों में है, जानिए पूरा गणित.... ...
मध्य प्रदेश में लाडली बहनों के खाते में इस बार मार्च महीने की पहली तारीख को ही राशि आ जाएगी। मोहन सरकार ने होली और शिवरात्रि पर के कारण 1 मार्च को राशि देने का फैसला किया है। ...
एमपी में कांग्रेस के कब्जे वाली छिंदवाड़ा सीट को लेकर सियासी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस ने छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। तो वहीं सीएम मोहन कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने के लिए लंबा रोड शो करने को तैयार है। ...
मध्य प्रदेश में होने वाले सिंगल 2028 को लेकर मोहन सरकार अभी से तैयारी में जुट गई है। राज्य मंत्रालय में आज हुई मोहन कैबिनेट की बैठक में इंदौर उज्जैन फोरलेन को सिक्स लेन करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी गई। ...
मध्य प्रदेश में गाय और गौशाला हमेशा से चुनावी मुद्दा। लेकिन शिवपुरी के करेरा में जंगल में 200 से ज्यादा गायों के शव मिलने पर हड़कम्प मच गया है। मोहन कैबिनेट में भी गाय और गौशाला के मुद्दा की गूंज सुनाई दी। जानिए पूरा मामला... ...
बिजली के मामले में सर प्लस स्टेट एमपी में बिजली के बड़े बिलों का करंट उपभोक्ताओं को लग सकता है। बिजली कंपनियों ने घाटा बता कर दाम बढ़ाने की सिफारिश विद्युत नियामक आयोग को की है। लेकिन सरकार की नीति रीति से कैसे बिजली कंपनियां करोड़ के घाटे में पहुंची ...