2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे मोहनदास करमचन्द गांधी को दुनिया महात्मा गांधी के नाम से जानती है। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सबसे अहम भूमिका निभाई थी। वे सत्य और अहिंसावादी थे। उन्होंने 200 सालों की अंग्रेजी हुकुमत को अहिंसावादी अंदोलनों से उखाड़ फेंका। इसमें स्वदेशी अंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, नमक सत्याग्रह जैसे प्रमुख आंदोलन हैं। आजादी के वक्त वह भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के खिलाफ थे। आजादी के बाद 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। Read More
गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बुधवार को कहा कि मोदी अपने गुजरात दौरे के दौरान यहां साबरमती ‘रिवरफ्रंट’ में आयोजित एक समारोह में 20 हजार से अधिक ग्राम प्रधानों की मौजूदगी में संबंधित घोषणा करेंगे। ...
केंद्र सरकार सहित सभी राज्यों ने इस पर मुहिम छेड़ दी है। दुकानदार अब पॉलीथिन देने से मना कर रहे हैं। दिल्ली में हाल ही में एक ट्रक मालिक से 2 लाख 500 रुपये का चालान किया गया था। ट्रक मालिक ने ओवरलोडिंग किए हुआ था। ...
जब हम खेती की तकनीक की आत्म-निर्भरता की बात करते हैं तो सबसे पहली आवश्यकता तो परंपरागत स्थानीय बीजों की है जो बिना रासायनिक खाद व कीटनाशक के ठीक फसल देते थे. अत: एक महत्वपूर्ण कार्य है परंपरागत स्थानीय बीजों को बचाना. ...
वाराणसी के सेंट्रल हिन्दू ब्वॉयज स्कूल के 11वीं का छात्र आयुष चतुर्वेदी अपने एक भाषण से सोशल मीडिया पर छा गया है। आयुष चतुर्वेदी के वीडियो को कई हस्तियों ने शेयर किया है। ...
दस साल के प्रकाशन को देखने के बाद इंडियन ओपीनियन के बारे में गांधीजी कहते हैं ‘इसमें मैंने एक भी शब्द बिना विचारे, बिना तौले लिखा हो, किसी को खुश करने के लिए लिखा हो अथवा जानबूझ कर अतिशयोक्ति की हो, ऐसा मुझे याद नहीं पड़ता’. ...
पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि उसे नागपुर के ‘नोइंग गांधीइज्म ग्लोबल फ्रेंड्स’ नामक एक संगठन के सदस्यों से शिकायत मिली थी कि मयूर जोशी नाम के एक व्यक्ति ने अपने फेसबुक वाल पर राष्ट्रपिता के खिलाफ ‘अश्लील और अपमानजनक’ पोस्ट अपलोड किया है। ...
राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार राजनैतिक विद्वेष के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को शिकार बना रही है, ताकि वे मानसिक रूप से कमजोर हों, लेकिन पार्टी का कार्यकर्ता दमन और दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है. ...