हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्रीकृष्ण के जन्मदिवस को 'जन्माष्टमी' के रूप में मनाया जाता है। भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी की मध्यरात्रि को ही भगवान श्रीकृष्ण ने अत्याचारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में जन्म लिया था। उनके आगमन दिवस की खुशी में ही हर साल इस तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। Read More
पुराणों के अनुसार, जन्माष्टमी का त्योहार भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाता है। कई बार ग्रहों की चाल के चलते यह तिथि और रोहिणी नक्षत्र एक नहीं हो पाते। तो चलिए इस वीडियो में आपको बताते है की आप घर में कैसे करें ल ...
जन्माष्टमी को पूरे दिन व्रत करने का विधान है। प्रात: काल स्नान कर व्रत का नियम का संकल्प करना चाहिए एवं आम एवं अशोक वृक्ष के पत्तों से घर को सजाकर श्रीकृष्ण या शालीगा्रम की मुर्ती को पंचामृत आभिषेक करवाकर पूजन करना चाहिए एवं पूरे दिन ऊं नमो भगवते वास ...
भारत आस्था का अनूठा संगम है और इसी आस्था पर जीवित है विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म। भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण का हिन्दू धर्म में एक अलग स्थान है। ...
श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर 10 अगस्त की दोपहर से ही 13 अगस्त दोपहर बाद तक सभी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, लेकिन सभी मंदिरों में भगवान के जन्म एवं नन्दोत्सव कार्यक्रम पूर्ववत विधिवत सम्पन्न किए जाएंगे। ...
जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्री कृष्ण के जन्म के उत्सव में मनाया जाता है. हिंदू धर्म के मुताबिक भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2020) के सरूप में मनाया जाता है. इस साल कृष्ण जन्माष्टमी कब मनाई जाये ...
Radha Ashtami 2019: मान्यता है कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधा का जन्म हुआ था। इस मौके पर विशेष आयोजन मथुरा के बरसाना, नंदगांव और रावल में देखने को मिलता है। ...