मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले एस जयशंकर का जन्म दिल्ली में हुआ। उनके दिवंगत पिता के. सुब्रमण्यम भारत के प्रमुख रणनीतिक विश्लेषकों में से एक माने जाते रहे हैं। एस. जयशंकर की शिक्षा एयरफोर्स स्कूल और सेंट स्टीफेंस कॉलेज में हुई। जयशंकर ने पॉलिटिकल साइंस से एमए करने के अलावा एम फिल और पीएचडी भी किया है। वह इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटिजक स्टडी लंदन के भी सदस्य हैं। 1977 बैच के आईएफएस अधिकारी एस. जयशंकर की विदेश मामलों में अच्छी पैठ है और वे काफी तेज-तर्रार अफसर माने जाते हैं। एस. जयशंकर को जनवरी 2015 में केंद्र सरकार ने विदेश सचिव बनाया था। Read More
चीन को लेकर बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा है कि ‘‘कुछ मुद्दों पर हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि कम से कम इस तरीके से बर्ताव करें कि विदेश में हमारी सामूहिक स्थिति कमजोर न हो। चीन पर पिछले तीन वर्षों में हमने देखा है कि काफी गलतबयानी हुई है।’’ ...
Pravasi Bharatiya Diwas 2023: भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ एवं आजादी का अमृत काल मना रहा है। 17वां प्रवासी भारतीय दिवस समारोह का आयोजन 8-10 जनवरी तक मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित किया जा रहा है। ...
पाकिस्तान को अक्सर ‘आतंकवाद का केंद्र’ बताने वाले जयशंकर ने आस्ट्रिया के राष्ट्रीय प्रसारक ‘ओआरएफ’ को साक्षात्कार के दौरान इसकी (आतंकवाद) निंदा नहीं करने को लेकर यूरोपीय देशों की आलोचना की जो दशकों से जारी है। ...
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा, इस्लामाबाद से उन 30 मछुआरों और 22 असैन्य कैदियों को तत्काल राजनयिक पहुंच प्रदान कराने का आग्रह किया गया है, जो पाकिस्तान की हिरासत में हैं और जिनके बारे में माना जाता है कि वे भारतीय नागरिक हैं। ...
साइप्रस में आतंकवाद पर बोलते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा है कि "किसी भी देश को आतंकवाद से उतना नुकसान नहीं हुआ है, जितना हमें हुआ है और हम बहुत स्पष्ट हैं कि हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे या इसे सामान्य नहीं करेंगे।" ...