आतंकवाद को उपकरण के तौर पर इस्तेमाल कर भारत को नहीं किया जा सकता बातचीत के लिए मजबूर- साइप्रस में बोले जयशंकर, पाक और चीन को दिया कड़ा संदेश
By आजाद खान | Published: December 31, 2022 10:38 AM2022-12-31T10:38:35+5:302022-12-31T11:23:51+5:30
साइप्रस में आतंकवाद पर बोलते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा है कि "किसी भी देश को आतंकवाद से उतना नुकसान नहीं हुआ है, जितना हमें हुआ है और हम बहुत स्पष्ट हैं कि हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे या इसे सामान्य नहीं करेंगे।"
निकोसिया: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साइप्रस में चीन और पाकिस्तान को एक बार फिर से कड़ा संदेश दिया है। अपने बातचीत में जयशंकर ने कहा कि हम अपने पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध बनाना चाहते है लेकिन अच्छे पड़ोसी मतलब बहाना बनाना या आतंकवाद को युक्तिसंगत बनाना नहीं है। उन्होंने यह बयान शुक्रवार को भारतीय समुदाय से बातचीत के दौरान दिया है।
इस दौरान विदेश मंत्री ने यह भी कहा है कि आतंकवाद को एक उपकरण की तरह इस्तेमाल कर भारत को बातचीत के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। ऐसे में जयशंकर ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए हुए कहा है कि हम इसे कभी होने नहीं देंगे।
पड़ोसी देशों के लिए जयशंकर ने क्या कहा
साइप्रस में एस जयशंकर ने पाकिस्तान के उस बयान का जवाब दिया है जिसमें पाक द्वारा यह कहा गया था वह भारत के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहता है लेकिन कश्मीर सहित लंबित मुद्दों का संवाद के जरिये समाधान हेतु भारत को गंभीरता दिखानी चाहिए।
इस पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को जवाब दिया है और कहा है, "किसी भी देश को आतंकवाद से उतना नुकसान नहीं हुआ है, जितना हमें हुआ है और हम बहुत स्पष्ट हैं कि हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे या इसे सामान्य नहीं करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "हम आतंकवाद को कभी भी बातचीत की मेज पर हमें मजबूर नहीं करने देंगे। हम सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं लेकिन इसका मतलब "आतंकवाद को बहाना बनाना या दूर करना नहीं है। हम बहुत स्पष्ट हैं।"
चीन को लेकर क्या बोले जयशंकर
पड़ोसी देशों पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन का भी जिक्र किया है और कहा है कि कोविड काल के बाद से हमारे सीमाओं पर चुनौतियां तेज हुई है और आज सभी जानते है कि चीन के साथ हमारे संबंध ठीक नहीं है।
इस पर बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा, "दूसरा, निश्चित रूप से हमारी सीमाएं हैं। कोविड काल के दौरान चुनौतियां तेज हो गईं हैं। आप सभी जानते हैं कि चीन के साथ हमारे संबंधों की स्थिति सामान्य नहीं है क्योंकि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा को एकतरफा बदलने के किसी भी प्रयास के लिए सहमत नहीं होंगे।"
हम ऐसे देश है जो स्वतंत्र है और उसे खड़े होने का साहस भी है- जयशंकर
भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और मजबूत अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा, "कूटनीति पर, मैं कह सकता हूं कि इस समय भारत से बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि भारत को आज एक मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में देखा जा रहा है और जो समस्याओं में योगदान देगा।"
विदेश मंत्री ने आगे कहा, "हमें एक ऐसे देश के रूप में भी देखा जाता है जो स्वतंत्र है और जिसके पास है खड़े होने का साहस है। साथ ही, एक ऐसा देश जो उन देशों को लाने में सक्षम है, जो एक-दूसरे से निपटने में सक्षम नहीं हैं।"