Nepal Plane Crash: मृतकों में गाजीपुर के चार लोग शामिल, विमान में कुल 15 विदेशी नागरिक सवार थे, देखें लिस्ट
By भाषा | Published: January 15, 2023 09:38 PM2023-01-15T21:38:45+5:302023-01-15T21:44:19+5:30
Nepal Plane Crash: चीनी कर्ज के तहत बनाया गया एक नया हवाई अड्डा है और अभी दो हफ्ते पहले इसका उद्घाटन किया गया था।
लखनऊः नेपाल में हुए विमान हादसे में कुल 72 लोगों की जान गई है जिनमें से चार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के रहने वाले थे। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने रविवार फोन पर बताया "नेपाल में हुए विमान हादसे में गाजीपुर के रहने वाले सोनू जायसवाल, अनिल राजभर, अभिषेक कुशवाहा और विशाल शर्मा भी शामिल हैं।
वे कासिमाबाद तहसील के विभिन्न गांवों के रहने वाले थे।" उन्होंने बताया, "मृतकों के परिवारों से संपर्क किया जा रहा है। हमारे उपजिलाधिकारी तथा अन्य अधिकारी उनसे मुलाकात कर रहे हैं।" अखौरी ने बताया, "हम दूतावास के संपर्क में भी हैं। नेपाल में बचाव कार्य जारी है। फिलहाल रात होने के कारण यह रुक गया है लेकिन यह कल दोबारा शुरू होगा। शव प्राप्त होने के बाद हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।"
अधिकारी ने कहा कि ज्यादातर शव इतने क्षतिग्रस्त हो गए हैं कि उनकी शिनाख्त कर पाना कठिन है। नेपाल सेना के प्रवक्ता ने कहा कि चार और लोगों की तलाश के प्रयास सोमवार को फिर से शुरू होंगे। विमान में कुल 15 विदेशी नागरिक सवार थे। इनमें पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई के अलावा ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, अर्जेंटीना, इजराइल के एक-एक नागरिक थे।
स्थानीय निवासी ने कहा कि रविवार को नेपाल में विमान दुर्घटना में मारे गए पांच भारतीयों में से चार पर्यटन केंद्र पोखरा में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों में हिस्सा लेने की योजना बना रहे थे। पांच भारतीय नागरिकों में से चार शुक्रवार को ही भारत से काठमांडू पहुंचे थे।
दक्षिणी नेपाल के सर्लाही जिले के निवासी अजय कुमार शाह ने बताया, ‘‘ये चारों लेक सिटी और पर्यटन केंद्र पोखरा में पैराग्लाइडिंग का लुत्फ उठाने की योजना बना रहे थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम एक ही वाहन में भारत से एक साथ आए।’’
पोखरा जाने से पहले वे पशुपतिनाथ मंदिर के पास गौशाला और फिर होटल ‘डिस्कवरी ऑफ थमेल’ में रुके थे। उन्होंने कहा कि वे गोरखपुर के रास्ते पोखरा से भारत लौटने की योजना बना रहे थे। भारतीय नागरिकों में सबसे बड़े सोनू उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले थे।
नेपाल में पिछले 30 साल से ज्यादा समय में सबसे भीषण हादसे में एक यात्री विमान पोखरा हवाई अड्डे पर उतरते समय रविवार को नदी घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई। विमान में पांच भारतीय नागरिकों समेत 72 लोग सवार थे।
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) ने बताया कि यति एअरलाइन के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान ने पूर्वाह्न 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। पोखरा हवाई अड्डे पर उतरते वक्त विमान पुराने हवाई अड्डे और नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान में कुल 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। काठमांडू और पोखरा के बीच उड़ान का समय 25 मिनट है। सीएएएन की समन्वय समिति, खोज एवं बचाव के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘अभी तक दुर्घटनास्थल से 68 शव बरामद किए जा चुके हैं।’’ जिला प्रशासन कार्यालय, कास्की के एक अधिकारी ने कहा कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए गंडकी अस्पताल ले जाया गया है।
भारतीय दूतावास ने कहा कि वह स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और स्थिति पर नजर रखे हुए है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ। हमारी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं।’’ जयशंकर ने भारतीय दूतावास के हेल्पलाइन नंबर भी साझा किए।
उड़ानों पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘फ्लाइट ट्रैकर 24’ ने दावा किया कि यति एयरलाइन का विमान 15 साल पुराना था और ‘अविश्वसनीय डेटा वाले पुराने ट्रांसपोंडर’ (उपकरण) से लैस था। यति एयरलाइन के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने कहा कि अभी तक किसी के जीवित बचने की कोई सूचना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘पोखरा में मौसम बिल्कुल ठीक था और विमान का इंजन भी अच्छी स्थिति में था।’’