इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान पश्चिम एशिया में स्थित है। शिया बहुल ईरान की आबादी करीब 8 करोड़ है। ईरान को पहले पर्सिया के नाम से जाना जाता था। यहां की आधिकारिक भाषा पर्सियन है। ईरान की राजधानी तेहरान है और यह देश तेल व गैस के मामले में धनी है। Read More
कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद बढ़े तनाव के बीच ईरान ने इराक स्थित अमेरिका के दो एयरबेस पर मिसाइलों से हमला किया है। पेंटागन के मुताबिक ईरान ने इराक में मौजूद अल-असद और इरबिल एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। इन दोनों एयरबेस पर अमे ...
इस हादसे में चालक दल के सदस्यों सहित 176 लोगों की मौत हो गयी। मेहर समाचार एजेंसी के अनुसार ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रमुख अली अबेदजादेह ने कहा, ‘‘हम विमान निर्माता (बोइंग) और अमेरिकियों को ब्लैक बॉक्स नहीं देंगे।’’ ...
यूक्रेन का एक विमान ईरान में तेहरान के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में 176 लोग सवार थे जिनकी मृत्यु हो गयी। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैठक बुलाकर एयरलाइन्स को इस संबंध में सतर्कता बरतने को कहा गया। ...
एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ईरान के हवाई क्षेत्र में तनाव की इस स्थिति में ईरान के ऊपर से गुजरने वाली एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों का मार्ग अस्थाई रूप से बदलने का फैसला किया गया है। इससे दिल्ली से रवाना होने वाले विमानों का उड़ान स ...
मध्य-पूर्व में एक बार फिर लड़ाई छिड़ने के आसार है. ईरान अपने शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए बेताब है. ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी बेस पर मिसाइल हमले करके अपने इरादे जता दिए है. पेंटागन ने इराक स्थित अमेरिकी बेस अल असद औ ...
कट्टरपंथी हशद के कमांडर कैश अल खजाली ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘यह जवाब ईरानी जवाब से कुछ कम नहीं होगा। इसका वादा है ।’’ ईरान ने पिछले सप्ताह अमेरिकी ड्रोन हमले के जवाब में बुधवार तड़के अमेरिकी सैनिकों के इराकी ठिकाने पर मिसाइलें दागी। अमेरिकी हमले में ई ...
बता दें कि पिछले हफ्ते अमेरिका के एक ड्रोन हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के सुप्रीम कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराने के बाद ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर हैं। अमेरिका ने सुलेमानी को इराक में उस समय ड्रोन हमले में मार गिराया जब वह ...
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ ने बुधवार को कहा कि जेएनयू में हमला विश्वविद्यालय प्रशासन की मिलीभगत और पुलिस की निष्क्रियता के बिना संभव नहीं हो सकता था। ...