भारत का गृह मंत्रालय देश की आंतरिक सुरक्षा, सीमा प्रबंधन, केंद्र-राज्य के अंतरसम्बन्धों, केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासन, केंद्रीय सुरक्षा बलों के प्रबंधन, आपदा प्रबंधन इत्यादि की निगरानी करता है। देश का गृह मंत्रालय भारत के आंतरिक सुरक्षा की स्थिति की नियमित समीक्षा करता रहता है और राज्यों और सम्बन्धित संस्थाओं को नियमित तौर पर खुफिया इनपुट देता है। गृह मंत्रालय राज्यों को जरूरत पड़ने पर सुरक्षा बल उपलब्ध करात है आर्थिक मदद भी करता है। गृह मंत्रालय सुरक्षा, शांति और सौहार्द्र बनाए रखने के लिए प्रशिक्षण और विशेषज्ञ सलाह भी उपलब्ध कराता है।भारत के गृह मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट https://mha.gov.in पर इससे जुड़ी ज्यादा जानकारी हासिल की जा सकती है। Read More
दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के 233 सदस्यों को गिरफ्तार किया तथा 29 मार्च से संगठन के मुख्यालय से 2,361 लोगों को निकाला गया है। उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘हालांकि, जमात प्रमुख मौलाना मोहम्मद साद के बारे में जांच चल रही है। ...
गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार ने बताया है कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य के संबंध में संसद द्वारा पिछले साल अगस्त में किये गये संवैधानिक परिवर्तनों के मद्देनजर लोक व्यवस्था को कायम रखने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय क ...
उत्तर में कहा कि जम्मू कश्मीर पिछले तीन दशक से भी अधिक समय से सीमापार से प्रायोजित और समर्थित आतंकवाद से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है। ...
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उपनगरीय बांद्रा में कंगना के पाली हिल स्थित बंगले में उसकी (नगर निकाय की) मंजूरी के बिना कथित तौर पर किये गये अवैध निर्माण को बुधवार सुबह ध्वस्त कर दिया था। ...
मंत्रालय ने यह भी कहा कि पैरोल और फरलो नियमित रूप से नहीं दिये जा सकते और इस पर अधिकारियों और व्यवहार विशेषज्ञों की एक समिति द्वारा प्रासंगिक तथ्यों को ध्यान में रखकर फैसला किया जा सकता है, खास तौर पर यौन अपराधों, हत्या, बच्चों के अपहरण और हिंसा जैसे ...
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान अक्सर घुसपैठ कर भारतीय इलाके में अतिक्रमण करने की कोशिश करते हैं। ऐसे में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अब दिन या रात में भारतीय सेना किसी भी वक्त चीन के सैनिकों की हर हरकत को भांप लेंगे। ...
एनसीआरबी ने इन बलों के अलग-अलग आंकड़े नहीं बताए हैं। वर्ष 2019 के आंकड़ों के मुताबिक, 104 सुरक्षाकर्मियों की मौत सड़क हादसे, रेल हादसे, कार्रवाई के दौरान या मुठभेड़ के वक्त हुई। ...
वर्ष 2018 में सबसे कम 28 ऐसे मामले दर्ज किए गए जबकि 2014 में सबसे ज्यादा 175 मामले सामने आए। वर्ष 2017 में ऐसी घटनाओं की संख्या 60 थी जबकि 2016 में 74 और 2015 में 60 थी। ...