रंगों का पर्व होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। भारत की बात करें तो उत्तर भारत में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। मथुरा-वृन्दावन की होली सबसे अधिक प्रसिद्ध है। रंगों के अलावा भारत में होली स्वादिष्ट व्यंजन-पकवान बनाने का भी दिन है। रंग वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है जिसका हिन्दू पुराण में अत्यधिक महत्व है। Read More
पंचांग के अनुसार इस बार होली का पर्व मातंग योग में मनाया जाएगा। पूर्वा फागुनी और उत्तरा फागुनी नाम के दो नक्षत्रों में होली खेली जाएगी। वर्षों बाद इन नक्षत्रों के होने से इस साल की होली अत्यंत शुभ मानी जा रही है। ...
शादी के बाद पति के साथ पहली होली है तो खुलकर मनाएं। अगर आप दोनों की सहमति है तो वह सब ट्राई करें जो होली के उत्साह को और भी बढ़ाता है। मगर ध्यान से। मौज-मस्ती में खुद को इतना ना डुबो लें कि आप अपने आप को ही संभाल ना सकें। ...
ज्योतिष शास्त्र की राय में होली के दिन इस्तेमाल होने वाला हर रंग ज्योतिष के ग्रहों और इन बारह राशियों से जुड़ा है। अगर हर इंसान अपनी राशि के अनुसार होली के रंग का इस्तेमाल करे तो उसकी कुंडली के कई दोष शांत हो सकते हैं। ...
अगर घर जाने के लिए आपको ट्रेन की टिकट नहीं मिली है, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। तत्काल टिकट बुकिंग के इस नए नियम के तहत आपको आसानी से मिल सकती है टिकट। ...
होली रंगों का पर्व किन्तु होलिका दहन पूजा को तंत्र साधना से भी जोड़ा गया है। इस पूजा के दौरान यदि कुछ शास्त्रीय टोटके किए जाएं, तो ये विभिन्न लाभ दिलाते हैं। ...
किसी जमाने में होली खेलने के लिए लोग महीनों पहले से रंगों को तैयार करते थे। पीले रंग हल्दी, लाल रंग गुड़हल के फूल से बनाते थे। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही कहें या लोगों की अज्ञानता, रंगों में अब केमिकल की मिलावट धड़ल्ले से होने लगी है। ...