गर्मी के मौसम में जब अधिक गर्म और शुष्क हवाएं चलती है, इसे लू कहा जाता है। इस दौरान हवा की गर्मी के कारण तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या तक पहुंच जाता है और इसे ही लू या हीट स्ट्रोक कहते हैं। लू की स्थिति उस वक्त पैदा होती है, जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री के ऊपर पहुंच जाता है। यह सामान्य तापमान से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस अधिक होता है। मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है तो लू के हालात पैदा हो जाते हैं। लू या हीट स्ट्रोक लगने के बाद व्यक्ति को तेज बुखार हो जाता है और उसके शरीर का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट या इससे अधिक चला जाता है, जिस कारण कई लोगों की जान तक चली जाती है। Read More
रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है। विश्व बैंक की ‘भारत में शीतलन क्षेत्र में जलवायु निवेश के अवसर’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि देश अपेक्षाकृत ज्यादा गर्मी का सामना कर रहा है, जो जल्द शुरू हो जाती हैं और कहीं ज्यादा समय तक टिकती है। ...
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि अलग-अलग स्थानों पर लू की स्थिति 8 जून और/या 9 जून तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में 11 जून को बादल छाए रहने और बूंदा बांदी होने क ...
आईएमडी ने कहा कि 4 और 6 जून के दौरान विदर्भ, झारखंड, आंतरिक ओडिशा और छत्तीसगढ़ में और 4 और 8 जून के दौरान दक्षिण यूपी और उत्तर एमपी में इसी तरह की स्थिति बने रहने की उम्मीद है. ...
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने शुक्रवार को बताया कि बारिश की वजह से भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य और सामान्य से नीचे है। ...
मशहूर लेखक अमिताभ घोष ने कहा है कि पर्यावरण की चिंता दुनिया के सारे मुद्दों से अहम है और लेखकों, बुद्धिजीवियों और नेताओं को इस पर ध्यान देना ही होगा। ...