बेगूसराय सीट पर गिरिराज सिंह का मुकाबला भाकपा के कन्हैया कुमार और राजद के तनवीर हसन से है। इस बीच शनिवार को एक रैली करने पहुंचे गिरिराज के मंच पर मंजू वर्मा की मौजूदगी से सवाल खड़े हो गए हैं। ...
गिरिराज सिंह हाल के वर्षों में बिहार में भूमिहारों के अकेले बड़े नेता माने जाते रहे हैं. और उन्हें प्रदेश में राजनीति का लंबा अनुभव भी है. इसके विपरीत कन्हैया कुमार जेएनयू में छात्र संघ की राजनीति से उभरे हैं और मीडिया के द्वारा स्थापित चेहरा कहा जाता ...
बेगूसराय सीट पर 2014 में बीजेपी के दिवगंत नेता भोला सिंह चुनाव लड़े थे। इस सीट पर उन्हें 58 हजार वोटों से जीत मिली थी। आरजेडी के 2019 के चुनाव के उम्मीदवार तनवीर हसन हैं। ...
नवादा की जगह बेगूसराय से टिकट दिए जाने की वजह से भाजपा से नाराज चल रहे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बिहार से वापस दिल्ली लौटे। उन्होंने सीट बदलाव के लिए प्रदेश भाजपा को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अगर राज्य नेतृत्व उन्हें सीट बदलने की वाजिब वजह नह ...
कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा है कि 'जैसे एक-एक बूंद से घडा भरता है, एक-एक ईंट से घर बनता है, वैसे ही आपके एक-एक रुपये के सहयोग से शोषित और वंचित जनता की आवाज संसद तक पहुंचाने की इस साझी लड़ाई को लड़ा जायेगा. देश की जनता जीतेगी, लूट और झूठ का गंठजोड ...
कन्हैया कुमार भाकपा की तरफ से चुनावी मैदान में हैं और करीब एक साल से इस इलाके में अपनी जमीन तैयार कर रहे हैं. भाकपा के सांसद भोला सिंह के निधन से खाली हुई इस सीट पर मुकाबला संघ बनाम वामदल भी है क्योंकि इस सीट को लेनिनग्राद भी कहा जाता है. ...