भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) एक स्वायत्त एवं अर्ध-न्यायिक संस्थान है। जिसका गठन भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से विभिन्न से भारत के प्रातिनिधिक संस्थानों में प्रतिनिधि चुनने के लिए गया है। भारतीय चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 में की गई थी। इसके तल्कालीन मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओम प्रकाश रावत हैं। आयोग में वर्तमान में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं। Read More
लगभग 30 करोड़ लोग इसी कारण वोट डालने से वंचित रह जाते हैं। भारत के लोग केरल से कश्मीर तक मुक्त रूप से आते-जाते हैं और एक-दूसरे के प्रांत में रहते भी हैं। जरा सोचिए कि कोई मलयाली आदमी सिर्फ वोट डालने के लिए कश्मीर से केरल क्यों जाएगा? ...
आपको बता दें कि यह ऐतिहासिक फैसला सत्तापक्ष यानी भाजपा के लिए इसलिए अहम है, क्योंकि 2023 में नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके बाद 2024 मई-जून में लोकसभा के चुनाव भी होना है, यानी भाजपा इन राज्यों में विजयश्री हासिल कर लेती है तो इस मुफ्त ...
निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल 12 फरवरी 2023 को समाप्त हो रहा है। निर्वाचन की अधिसूचना पांच जनवरी को जारी होगी। नामांकन 12 जनवरी तक दाखिल किया जाएगा जबकि 16 जनवरी तक नाम वापस लिया जा सकते हैं। ...
Bihar Urban Local Body Election: पटना नगर निगम (पीएमसी) उन 17 नगर निगमों, दो नगर परिषदों और 49 नगर पंचायतों में शामिल है, जहां बुधवार को चुनाव हो रहा है। ...
सीपीएम सांसद ने सुझाव में चयन समिति में प्रधानमंत्री को शामिल करने का जिक्र नहीं किया। लेकिन अगले दिन 11 दिसंबर को कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य मनीष तिवारी ने भी चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और स्वायत्तता के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय ...
सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी की सरकार द्वारा चयनित निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त एवं दो अन्य चुनाव आयुक्तों को नाकाबिल बताते हुए उम्मीद जताई है कि सुप्रीम कोर्ट उनकी नियुक्ति को रद्द कर देगा। ...