दीपावली या दिवाली उत्तर भारत में मनाया जाने वाला हिन्दू पर्व है। हिन्दू यह पर्व हर साल शरद ऋतु में आता है। यह पर्व हिन्दुओं के अलावा सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। हिन्दुओं में दीपावली का पर्व भगवान राम के माता सीता और लक्ष्मण के साथ 14 वर्षों का वनवास व्यतीत करने के बाद लौटने की खुशी में मनाया जाता है। जैन धर्म के लोग इसे महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाते हैं। सिखों द्वारा यह त्यौहार 'बन्दी छोड़ दिवस' के रूप में मनाया जाता है। ग्रिगेरियन कैलन्डर के मुताबिक दीपावली का पर्व हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में पड़ता है। Read More
यमराज ने कहा कि अगर कोई कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को उत्तर दिशा में मुझे दीपदान करे तो अकाल मृत्यु को प्राप्त नहीं होगा। तब से धनतेरस को यमराज की भी पूजा होने लगी और उनके लिए दिए दीपक जलाया जाने लगा। ...
दीपावली के अवसर पर माता के अष्टलक्ष्मी रूपों की आराधना करने से कल्याण होगा। अष्टलक्ष्मी में आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, भाग्यलक्ष्मी, राजलक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, वीरलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी और विद्यालक्ष्मी रूप आते हैं। ...
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के आलोक में राज्य सरकार ने इस आशय की अधिसूचना जारी की है। सूत्रों ने बताया कि लोगों से लाइसेंसी पटाखा विक्रेताओं से ही पटाखे खरीदने को कहा गया है ना कि ई—कामर्स वेबसाइट से। ...
इस फेस्टिव सीजन पुरुषों को अपने कपड़ों को सिर्फ चूड़ीदार और कुर्ते तक ही सीमित रखने की जरूरत नहीं। पूरी दुनिया के डिजाइनर्स पुरुषों के आउटफिट्स पर खूब एक्सपेरिमेंट्स कर रहे हैं। हम आपको इस खबर में मेन्स के लिए आने वाले कुछ ट्रेंडी ड्रेसेस की लिस्ट दे ...
बदलते समय के साथ रंगोली के डिजाइन और तरीकों में काफी बदलाव आया है। अगर आप भी इस बार कुछ अलग रंगोली डिजाइन बनाने की सोच रहे हैं तो आइए हम आपको कुछ बेस्ट रंगोली डिजाइन की लिस्ट दे रहे हैं जो ट्रेंड में हैं। ...
Govatsa Dwadashi: सनातन धर्म में गोवत्स द्वादशी का काफी महत्व है। इस दिन व्रत रखने और गौ माता की विधि पूर्वक पूजा-आराधना करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। ...
सब मिलाकर पांच त्योहार एक पंक्ति में आते हैं या कहिए कि पांच दिन तक दिवाली चलती है। इनमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज यानी यम द्वितीया जैसी विशेष तिथियां शामिल हैं। ...
बीकानेर में रामायण का उर्दू में वाचन ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना‘ का संदेश देता प्रतीत होता है। पर्यटन लेखक संघ और महफिले अदब पिछले कई सालों से निरंतर इसका आयोजन करता आ रहा है। ...