राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद 12 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून लागू हो गया है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी। नागरिकता (संशोधन) विधेयक शीतकालीन सत्र 2019 में राज्यसभा द्वारा और सोमवार को लोकसभा द्वारा पारित किया गया था। इसके पारित होने के बाद से ही पूर्वोत्तर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे है। कई राजनीतिक संगठन इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच हैं। Read More
एक अन्य प्रेमी जोड़ी जीशान-आयशा 8 फरवरी को शादी करने जा रहे हैं। जीशान और आयशा का परिवार पहले से एक-दूसरे को जानता था लेकिन युवा जोड़े ने कभी शादी के बारे में नहीं सोचा था। प्रदर्शन के दौरान दोनों ने एक-दूसरे से बात की और धीरे-धीरे इश्क परवान चढ़ गय ...
न्यायालय ने वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े के साथ साधना रामचन्द्रन को शाहीन बाग में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत के लिये वार्ताकार नियुक्त किया है। पीठ ने कहा कि वह इस रिपोर्ट का अवलोकन करेगी। न्यायालय इस मामले में अब 26 फरवरी को आगे की सुनवाई क ...
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सीएए विरोधी एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने यहां आने से भी पहले कहा है कि वह सीएए पर सवाल पूछेंगे। यदि छह से 10 लाख लोग प्रभावित होने वाले हैं, तो क्या यात्रा पर आने वाले नेता प्रश्न किए बिन ...
प्रदेश में विदेशी शराब की ऑनलाइन बिक्री को मंजूरी देने के कमलनाथ सरकार के फैसले पर कांग्रेस विधायक ने कहा, "राज्य में भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार हमारे लिये खाली खजाना छोड़ कर गयी थी। ...
यह बैठक ठाकरे के हालिया बयान की पुष्ठभूमि में हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें एनपीआर से कोई समस्या नहीं है और किसी को भी सीएए से डरना नहीं चाहिए। ...
दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से बातचीच के लिए नियुक्त वार्ताकार वजाहत हबीबुल्ला ने रविवार (23 फरवरी) को सुप्रीम कोर्ट (SC) में हलफनामा दायर किया है। ...