अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि आवंटित की जाए। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 130 साल से चले आ रहे इस संवेदनशील विवाद का पटाक्षेप कर दिया है। इस विवाद ने देश के सामाजिक ताने बाने को तार तार कर दिया था। संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं। Read More
नवीन सब्जी मंडी के आढ़ती विजय पांडे ने कहा कि शीर्ष अदालत के फैसले से पूरी अयोध्या खुश है और यहां पूरी तरह अमन-चैन कायम है, कोई परेशानी वाली बात नहीं है। ...
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ‘‘तथ्यों पर विश्वास की जीत’’ करार दिया है। हैदराबाद के सांसद ने शीर्ष अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। ...
अयोध्या में विवादित राम-जन्मभूमि बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने अपने ऐतिहासिक फैसले में समूची 2.77 एकड़ जमीन को सर्वसम्मति से राम लला विराजमान को देने का फैसला सुनाया। ...
Ayodhya verdict: शीर्ष अदालत ने फैसला सुनाते हुए राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया है। अपना फैसला सुनाते समय कोर्ट ने कहा कि केन्द्र सरकार सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन वैकल्पित रूप से आवंटित करे। ...
अंसारी ने कहा कि वह न्यायालय के फैसले से बहुत खुश हैं। उन्हें इस बात की सबसे ज्यादा खुशी है कि यह मसला सुलझ गया है। उन्होंने कहा कि वह अदालत के निर्णय को अपनी तरफ से कोई चुनौती नहीं देंगे। ...
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज उच्चतम न्यायालय की पांच न्यायाधीशों की पीठ द्वारा अयोध्या मामले पर सर्वसम्मति से दिए फैसले के बाद, आवश्यक है कि हम पिछले विवादों को भूल कर भविष्य के सहिष्णु, सौहार्दपूर्ण, संपन्न और शांत भारत के निर ...