मोहम्मद सनाउल्लाह करीब 30 वर्षों तक भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने असम बॉर्डर पुलिस में भी सेवाएं दी हैं। पिछले महीने सनाउल्लाह पर आरोप लगा था कि वह अवैध रूप से देश में रह रहे हैं। उन्हें विदेशी घोषित कर असम के डिटेंशन सेंटर में भेज दिय ...
इस ट्वीट में इमोजी और स्माइली का प्रयोग हुआ है और इसने बड़ी संख्या में लोगों का ध्यान खींचा। इसके बाद ट्वीट वायरल हो गया। असम पुलिस ने आगे लिखा है, ‘‘कृपया धुबरी पुलिस के संपर्क में रहें। वह आपकी अवश्य सहायता करेगी। ग्रेट जॉब टीम धुबरी।’’ ...
हादसे में घायल हुए जवानों में जेके लाई 77 माउंटेन ब्रिग्रेड का चलाने वाले नरेश लाल, मुहम्मद अफजल और हुसैन साह शामिल हैं। खबर के मुताबिक ये सभी जवान छुट्टी पर अपने घर जा रहे थे। ...
असम कमांडो बटालियन के 37 वर्षीय निपुण पुलिस ट्रेनर गिरीश दत्ता डेरगांव के पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में तैनात थे और एक दिन पहले ही माकुम स्थित अपने घर आए थे। ...
मीडिया से बात करते हुए सनाउल्लाह के चचेरे भाई मोहम्मद फैज़ुल हक़ ने कहा था कि जो व्यक्ति 30 साल तक सेना में रहा हो और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ करगिल युद्ध लड़ा हो उसे कोई विदेशी नागरिक कैसे घोषित कर सकता है. ...
कामरूप जिले में कार्यरत इस न्यायाधिकरण ने इसी जिले के बोको पुलिस थाना क्षेत्र के गांव कोलोहिकाश के निवासी मोहम्मद सनाउल्लाह को ‘विदेशी’ घोषित कर दिया। ...
असम में भी स्थिति विपरीत है। मनमोहन सिंह 1991 से असम से राज्यसभा के सदस्य हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस के पास उनको छह साल के कार्यकाल के लिए फिर से जिताने के लिए संख्या बल नहीं है। ...