माहवारी से जुड़ी वर्जना को तोड़ने के लिए लगाए गए भित्तिचित्र, रंग ला रही गुवाहाटी की छात्रा की मुहिम
By भाषा | Published: May 29, 2019 04:13 AM2019-05-29T04:13:41+5:302019-05-29T04:16:20+5:30
वर्ष 2013 में जर्मनी के संगठन ने माहवारी स्वच्छता दिवस शुरू किया था, जिसका बहुत तेजी से दुनिया के अन्य हिस्सों में प्रसार हुआ।
माहवारी के दौरान स्वच्छता को लेकर जागरुकता फैलाने और माहवारी के ‘‘वर्जित विषय’’ पर सामाजिक चुप्पी को तोड़ने के लिये यहां विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस पर मंगलवार को ‘ब्लीड विथ डिग्निटी’ शीर्षक से भित्तिचित्र लगाये गये।
गहरे लाल रंग से रंगे भित्तिचित्र में छोटे-छोटे सफेद फूल बनाये गये हैं और उसके ऊपर एक ओर ‘ब्लीड विथ डिग्निटी’ नारा लिखा है।
यह विचार गुवाहाटी की स्नातकोत्तर छात्रा बिदिशा सैकिया का है जिन्होंने हर लड़की तक माहवारी से संबंधित गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिये ‘ब्लीड विथ डिग्निटी’ अभियान शुरू किया है।
बिदिशा के इस विचार में प्रजापति एकेडमी नामक स्कूल भी सहयोगी है और इस भित्तिचित्र को जानी मानी कलाकार नीलिम महंता ने चित्रित किया है।
स्कूल की एक दीवार पर भी ऐसे चित्र उकेरे गये हैं। इन भित्तिचित्रों का अनावरण करते हुए गुवाहाटी नगर निगम आयुक्त देबेश्वर मलाकर ने कहा, ‘‘असम में कई लड़कियां अब भी सैनिटरी पैड मांगने में शर्म महसूस करती हैं। इसलिए अगर वेंडिंग मशीनों के जरिये स्कूलों में पैड उपलब्ध होंगे तो इन्हें प्राप्त करना लड़कियों के लिये आसान हो जायेगा। इससे माहवारी को लेकर वैचारिक जड़ता खत्म होने में मदद मिलेगी।’’
वर्ष 2013 में जर्मनी के संगठन ने माहवारी स्वच्छता दिवस शुरू किया था, जिसका बहुत तेजी से दुनिया के अन्य हिस्सों में प्रसार हुआ।