भारती एयरटेल, जिसे पहले भारती टेलीवंचर उद्यम लिमिटेड (BTVL) के नाम से जाना जाता था, अब भारत की दूरसंचार व्यवसाय आॅपरेटरों की सबसे बड़ी कंपनी है जिसके जुलाई 2008 तक 69.4 करोड़ उपभोक्ता थे। यह फिक्स्ड लाइन सेवा तथा ब्रॉडबैंड सेवाएँ भी प्रदान करती हैं। यह अपनी दूरसंचार सेवाएँ एयरटेल के ब्रांड तले प्रदान करती है और इसका नेतृत्व सुनील मित्तल करते हैं। यह कंपनी १४ सर्किलों में डीएसएल पर टेलीफोन सेवा तथा इंटरनेट की पहुंच भी उपलब्ध कराती है। Read More
ट्राई द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार फरवरी में भारती एयरटेल के प्रदर्शन में मामूली सुधार देखा गया। एयरटेल की औसत 4जी डाउनलोड स्पीड जनवरी के 7.9एमबीपीएस के मुकाबले फरवरी में 8.0 एमबीपीएस रही। ...
एजीआर मामला: कुल मिला कर 15 कंपनियों पर सरकार का सांविधिक बकाया 1.47 लाख करोड़ रुपये था। इनमें 92,642 करोड़ रुपये लाइसेंस शुल्क और 55,054 करोड़ रुपये स्पेक्ट्रम के इस्तेमाल के बकाए का है। ...
उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए कंपनी 17 फरवरी 2020 को 10,000 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही कर चुकी है और शनिवार को 8,004 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया गया। कंपनी ने कहा कि उसने स्व-मूल्यांकन के आधार पर 31 दिसंबर 2019 तक देनदारियों की ...
भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने यह भी कहा कि एयरटेल समायोजित सकल आय (एजीआर) बकाया पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुपालन को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी शेष राशि का भुगतान जल्द करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘उद्योग के लिये एजीआर का ...
दूरसंचार उद्योग सरकार के डिजिटल एजेंडा और देश के लिये व्यापक महत्व वाला है। ‘‘ऐसे में सरकार को यह देखने की जरूरत है कि इस क्षेत्र को किस प्रकार मजबूत बनाया जा सकता है। ’’ मित्तल ने कहा कि शीर्ष अदालत के फैसले के बाद जो भी भुगतान करना है उसके लिये एयर ...
वोडाफोन-आइडिया पहले ही साफ कर चुकी है कि उसके लिए एजीआर का 53,000 बकाया एकमुश्त चुकाना नामुमकिन है. उसने यह भुगतान 15-20 किश्तों में करने की तैयारी जरुर दिखाई है. इसी के तहत उसने 2500 करोड़ की पहली किश्त जमा कर दी है. ...