लाइव न्यूज़ :

सारेगामा कारवां 2.0: यादों के पिटारे में इस बार टेक्नोलॉजी का भी दखल, बढ़ी कीमत में भी पैसा वसूल!

By आदित्य द्विवेदी | Published: September 05, 2019 3:27 PM

Saregama Carvaan 2.0 Review in Hindi: सारेगामा कारवां, एक ऐसा डिजिटल ऑडियो प्लेयर है जो पुराने संगीत प्रेमियों के लिए नई सौगात लेकर आया है। पढ़िए इस सीरीज के 2.0 वर्जन का रिव्यू...

Open in App
ठळक मुद्देSaregama Carvan 2.0 के साथ नई पीढ़ी को भी जोड़ने का कवायद की गई है।सारेगामा 2.0 ओरिजिनल कारवां जैसा ही है, जो नई चीज़ जोड़ी गई है और वो है - वाईफाई कनेक्टिविटी।

सारेगामा कारवां, एक ऐसा डिजिलट ऑडियो प्लेयर है जिसके बारे में महज कुछ शब्दों में नहीं बताया जा सकता। ये एक एहसास है पुराने दौर का। ये एक सौगात है अतीत के सैर की। ये एक पिटारा है पुराने गीतों का। सारेगामा कारवां सीरीज के पहले रिव्यू में हमने लिखा था, 'एक दौर था जब संगीत प्रेमियों के लिए रेडियो सबसे पॉपुलर माध्यम हुआ करता था। रेडियो बजाकर लोग अपने काम में मशगूल हो जाते थे। उस दौर के लोगों के पास रेडियो से जुड़ी तमाम खूबसूरत यादे हैं। गर्मियों की अलसाई दोपहरें हों या सर्दी की गुनगुनी धूप, जब आपके कानों में अमीन साायानी की रेडियो कमेंट्री के साथ चुनिंदा गाने बजते रहते थे। सारेगामा कारवां उन्हीं यादों को एकबार फिर से कुरेदने आ गया है।'

अब ऐसे में सवाल उठता है कि सारेगामा कारवां 2.0 में क्या नया है? क्या 7990 रुपये में इसे खरीदना फायदे का सौदा है? मैं पिछले एक महीने से इस प्रो़डक्ट का इस्तेमाल कर रहा हूं। इसबार इस प्रोडक्ट के साथ नई पीढ़ी को भी जोड़ने का कवायद की गई है।

Saregama Carvaan 2.0 में नया क्या है?

कंपनी ने कारवां 2.0 को थोड़ा हाईटेक बना दिया है। इस सीरीज में इंटरनेट कनेक्टिविटी एक बड़ा जोड़ है। इस नए मॉडल में वाईफाई के जरिए करीब 150 इंटरनेट रेडियो स्टेशन का एक्सेस किया जा सकता है। लेकिन टेक्नोलॉजी में कम दखल रखने वाले लोगों के लिए लाया गया ये प्रोडक्ट क्या इसबार उनके लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है?

दरअसल, इस सीरीज में पुराने सारेगामा कारवां के किसी भी फंक्शन को हटाया नहीं गया है। इसमें 5000 चुनिंदा गाने प्री-लोड हैं जो कि मशहूर कलाकारों, संगीतकारों और गीतकारों में वर्गीकृत हैं। अलग-अलग मूड के हिसाब से गाने रखे गए हैं। इसके अलावा 'गीतमाला की छांव में' की सौगात है जिसे अमीन सायानी प्रस्तुत कर रहे हैं। अगर आप अपने पर्सनल कलेक्शन के गाने सुनना चाहते हैं तो सारेगामा कारवां में यूएसबी और ब्लूटूथ का विकल्प भी दिया गया है। युवाओं के लिए एफएम का भी ऑप्शन है। डिजाइन, फंक्शन और लुक भी कमोबेश वैसा ही रखा गया है। 2.0 में जो चीज जोड़ी गई है वो है वाईफाई कनेक्टिविटी और इंटरनेट रेडियो स्टेशन।

Saregama Carvaan 2.0 डिजाइन और फीचर कैसा है?

पिछले वर्जन की तरह इसबार भी सारेगामा कारवां का डिजाइन पुराने रेडियो सेट जैसा ही है जो पुराने श्रोताओं को लुभाता है। सिर्फ वाई-फाई कनेक्टिविटी के लिए सामने की ओर एक्स्ट्रा बटन दी गई है। फुलचॉर्ज करने पर इसका प्लेटाइम करीब पांच घंटे का रहता है। सारेगामा 2.0 के पैकेज में आपको डिवाइस, चार्जिंग केबल, वॉल अडॉप्टर, एंटीना, छोटा रिमोट भी मिलता है।

सारेगामा कारवां 2.0 की साउंड क्वालिटी कमोबेश इसके पहले वर्जन की तरह ही है। ब्लूटूथ गाने या नए गाने सुनते हुए ये बात अखरती है। लेकिन यहां ध्यान रखना होगा कि ये सिर्फ सामान्य ब्लूटूथ स्पीकर नहीं है। इसका कंटेट इसकी जान है।

Saregama Carvaan 2.0 की कुछ अन्य खास बातें

- सारेगामा कारवां 2.0 का लुक पुराने ट्रांजिस्टर रेडियो का ही रखा गया है। मुझे लगता है कंपनी ने बहुत सोच समझकर यह फैसला लिया है। इस प्रोडक्ट का पूरा फोकस ही ट्रांजिस्टर रेडियो वाले दौर की ऑडियंस पर है। 

- कंपनी इसके हल्के और पोर्टेबल होने का दावा करती है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसे आसानी से कैरी किया जा सकता है। कम से कम आपकी मॉर्निंग वॉक के लिए तो बिल्कुल नहीं। हां, घर पर ही एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में बिल्कुल उपयुक्त है। आप अपनी सुबह की चाय का मज़ा भी चुनिंदा गीतों के साथ उठा सकते हैं।

- प्री-लोडेड गाने किसी क्रम में नहीं बजते। अगर कोई गाना आपको ज्यादा पसंद आ गया और दोबारा बजाना चाहते हैं तो इसमें मुश्किल होगी। खासकर आज कल के युवा जो अपनी प्लेलिस्ट को लेकर बेहद व्यक्तिगत होते हैं उन्हें शायद ये बात गंवारा ना हो। लेकिन इसका एक फायदा भी है। आजकल म्यूजिक सिस्टम में इतने गाने होते हैं लेकिन हम कुछ गानों पर ही अटके रहते हैं। सारेगामा कारवां में आपको सारे गाने सुनाई देंगे।

- 'गीतमाला की छांव में' में साल के हिसाब से एक क्रम में बजता है। प्लेयर में मौजूद डायल घुमाकर इसे आसानी से फॉरवर्ड किया जा सकता है।

- सारेगामा कारवां, एक तरह डिजिटल रेडियो है जो बिना किसी आरजे की बकवास और विज्ञापनों के बजता है। इसे एकबार बजा कर छोड़ देना सबसे बेहतर साबित होगा। प्लेलिस्ट का हर नया गाना आपके चेहरे पर एक नई मुस्कान दे जाएगा। अगर कोई गाना नहीं पसंद तो आप उसे चेंज भी कर सकते हैं। बड़े डायल के नीचे नेक्स्ट बटन है। उसे तब तक दबाते रहें जबतक आपका पसंदीदा गीत ना मिल जाए।

- सारेगामा कारवां में कुल 23 कलाकार, 9 मूड और गीतामाला के 10 भाग (50 चैनल) दिए गए हैं। इस तरह कुल मिलाकर इस डिवाइस में 80 से भी ज्यादा चैनल हैं जिनके जरिए आप अपने पसंदीदा गाने सुन सकते हैं।

- अमीन सायानी द्वारा प्रस्तुत गीतमाला इस डिजिटल रेडियो की सबसे बड़ी खासियत है। उनकी मजाकिया और जानकारी से भरी कॉमेंट्री गाने का मीठापन बढ़ा देती है। साल 1950-2000 के बीच पचास साल के गानों का कलेक्शन और उसके पीछे की कहानी सुनकर बड़ा मज़ा आता है।

Final Verdict:- सारेगामा 2.0 ओरिजिनल कारवां जैसा ही है। सिर्फ एक नई चीज़ जोड़ी गई है और वो है - वाईफाई कनेक्टिविटी। इसी वजह से कारवां 2.0 की कीमत बढ़ गई है। इसके अलावा बिना किसी मेहनत के यूजर को गाने सुनने का ये सबसे बेहतरीन विकल्प है। इस नए वर्जन के लिए कंपनी पुराने लोगों के साथ युवाओं को भी जोड़ने की कोशिश करती है। इसकी कीमत और फीचर को देखते हुए ये कीमत उचित जान पड़ती है।

टॅग्स :प्रोडक्ट रिव्यू
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारबाजार में अब चीनी नहीं, स्थानीय उत्पादों की रौनक

भारतहिंदुस्तान यूनिलीवर ने बदला ‘फेयर एंड लवली’ का नाम, अब ‘ग्लो एंड लवली’ से मार्केट में बिकेगी क्रीम

भारतहिंदुस्तान यूनिलीवर प्रोडक्ट ‘फेयर एंड लवली’ से ‘फेयर’ शब्द हटाने का किया ऐलान

टेकमेनियासारेगामा कारवांः जिसमें सिर्फ सदाबहार गाने नहीं, पुरानी यादों का पिटारा है

टेकमेनिया अधिक खबरें

टेकमेनियाभारत में WhatsApp ने बनाया 'अकाउंट बैन' करने में नया रिकॉर्ड, 1 फरवरी से 29 फरवरी के बीच 76 लाख से ज्यादा अकाउंट हो चुके हैं प्रतिबंधित

टेकमेनिया'एक्स' पर क्या चल रहा है वायरल?, जानने के लिए यहां क्लिक करें, क्या है माजरा, यहां समझिये

टेकमेनियाभारतवंशी पवन दावुलुरी बने माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के चीफ, आईआईटी मद्रास से हैं ग्रेजुएट, जानिए उनके बारे में

टेकमेनिया5G in India: मोबाइल डेटा का इस्तेमाल 3.6 गुना अधिक, कुल डेटा ट्रैफिक में 5जी का योगदान 15 प्रतिशत, जानें आंकड़े

टेकमेनियाCyber attack in India: साइबर हमला और डेटा सेंध सबसे प्रमुख जोखिम, 2021 में 7वें पर रखा गया, 61 देश में सर्वे